Friday, July 30, 2021

नवसारी जिले में नवसारी नगरपालिका बनाया एक और नया मिसाल...!


   
     गुजरात की ऐतिहासिक संस्कारी नगरी नवसारी नगरपालिका का एक नया काबीलेतारीफ कारनामा ..!

          नवसारी नगरपालिका में विजलपोर नगरपालिका की सरकार द्वारा पारित सातवा वेतन पगार शिक्षित अनुभवी जांबाज अनुभवी अधिकारियों ने 
अटकाया !
 
     नवसारी नगरपालिका में आज वर्षों से भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बना दिया गया है। यहां सभी कामों में शुभारंभ इसी शब्द से की जाती है। ऐसे कारनामों के पीछे कुछ वैज्ञानिक तथ्य में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यहां ज्यादातर अधिकारियों की शायद पता नहीं कि  अभी वैज्ञानिक के खोजबीन से नया खुलासा हो रहा है कि कोरोना वायरस का एक नया रिसर्च सामने आया है। कि इसके अब बाह्य कोई लक्षण नहीं मिल रहे हैं परन्तु यह मानव शरीर के दिमाग में बहुत सारे बदलाव लाने में सक्षम हो चुका है। और अब इसके क्या क्या दुष्प्रभाव होगा इसे जानना फिलहाल अभी संभव नहीं है। कुछ आधुनिक वैज्ञानिक टेक्नोलॉजी के द्वारा पता चला है कि मोबाइल टावर से और मोबाइल से निकलती हुई रेडिएशन से आज वैसे भी ऐसे ऐसे दुष्प्रभाव दिखाई दे रहा है।  अभी तक सिर्फ और सिर्फ दुष्प्रभाव ही खोज पाई है। इस रेडिएशन से हो रहे खतरे मानवजाति पर ही नहीं पूरे प्रकृति पर दिखाई दे रही है। बहुत सारे पशु पक्षी हर पल रेडिएशन की चपेट में आ रहे हैं। और सबसे कमजोर इंसान माना जाता है। पूरे प्रकृति में सबसे असहाय कमजोर मानव की है । क्योंकि मानव आज मानवता भी लगभग को चुका है। इच्छा पूरी करते करते इच्छा पूरी होने से पहले स्वयं पूरा हो जाता है और ऐसी प्रक्रिया वारंवार नई नई योनियों का विकास होता रहता है। सताने की प्रवृत्ति धन इकट्ठा करने की प्रवृत्ति से आध्यात्मिक वैज्ञानिक यह पा रहे हैं कि सभी घटनाएं होने के प्रमुख लक्षण  आधुनिक वैज्ञानिक टेक्नोलॉजी अधूरी है। 
      नवसारी जिले में नवसारी नगरपालिका  आज वर्षों से नये नये कारनामे करती आ रही है। और दिलचस्प बात यह है कि इसमें सरकार भी दिलखोलकर हिस्सा लेती है। और फिलहाल नवसारी जिला आज एक भ्रष्टाचार सेन्टर बन कर रह गया है।  अधिकारीगण ज्यादातर ऐसी तालीम ले रहे है। और जब उनकी तालीम पूरी हो जाती है फिर ऐसे नये नये कारनामों का अंजाम दिया करते हैं।


     नवसारी जिले में विजलपोर नगरपालिका के अधिकारियों कर्मचारियों मजदूरों को सरकार द्वारा सातवां वेतन पारित किया जा चुका है।जिसे तारीख एक जनवरी २०१६ से सभी को देना अनिवार्य है। फिर भी कोरोना जैसी महामामारी में भी उन्हें वंचित रखा गया है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार कुछ तथाकथित अधिकारियों को आज जानना जरूरी है कि गुजरात सरकार के पास नोट छापने की मशीन नहीं है। उनकी दी जाने वाली राजाशाही सुविधाएं और मिलने वाला एक एक रूपया इन्हीं मजदूरों कर्मचारियों अधिकारियों आदिवासी किसानों दलित वंचित महिलाओं आर्थिक पिछड़े नागरिकों से लेकर उद्योगपतियों सामान्य से लेकर सर्वोच्च तक की मेहनत मसक्कत और खून पसीने की कमाई का है।जिसे आज ए गुमराह करने षड्यंत्र करने सरकार के द्वारा दी जाने वाली राशि पर अपने आप को मालिकाना हक समझ रहे हैं। और उदाहरणार्थ इसी नगरपालिका में ऐसे ही कारनामों को अंजाम दिये कई भूतपूर्व को वर्तमान में देखा जा सकता है। 


   नवसारी नगरपालिका में विजलपोर नगरपालिका का समावेश करने से आज सभी प्रकार से सामान्य से लेकर सर्वोच्च तक प्राथमिक सुविधाओं से भी आज नागरिकों को भी वंचित कर दिया गया है। एक सामान्य काम के लिए अपने आप को नकली मालिकाना हक जताने वाले अधिकारियों के सामने नागरिकों को विजलपोर नगरपालिका के कर्मचारियों अधिकारियों को परेशान किया जा रहा है। सरकार सभी का साथ सभी का विकास और सभी के विश्वास की बात करती है ।और सरकार के प्रशासन के अधिकारी हैं कि अपने आप को मालिकाना हक समझ बैठे हैं। जानकारों की मानें तो आज सरकार को एक तथाकथित अधिकारी ही बदनाम करने में कमर कसी हुई है। यहां ऐसे बहुत सारे दृष्टांत उदाहरण के लिए मिल रहे हैं। यहां गिने चुने बिल्डिंग निर्माता हैं और आज सभी को यहां एक षड्यंत्र के तहत गुमराह करने में कुछ तथाकथित अधिकारी सक्षम हो चुके हैं। आज नवसारी शहेरी विकास सत्ता मंडण नूडा कार्यालय में दिये गये सभी बिल्डिंग निर्माताओं को अधिकारियों ने सीसी बीयुसी न देकर गैरकानूनी ठहराया है। आखिर ए गैरकानूनी बना कैसे ? आज यह समझना टेढ़ी खीर साबित हो चुका है। आखिर लाखों रुपए वेतनधारी अब तक कहां थे ? आज अचानक ए सभी अनलीगल कैसे हो गये ? और तालीमार्थी अधिकारीयों ने नये शब्दों की रचना कर रहे हैं। कोमर्शियल बिल्डिंग को यह पर्सनली बताने में खानगी व्यक्तिगत बताने में नई नई तकनीक का सहारा लेने में जुटे हैं। आज नवसारी जिले के भवन-निर्माताओ की हालत गंभीर होती जा रही है। लक्ष्मी दर्शन देवी देवताओं का दर्शन पूजा अर्चना यज्ञ हवन को देखते देखते कोरोना वायरस भी सदमे में आ चुका है। आज हालत बद से बदतर होती जा रही है। गुजरात सतर्कता आयोग से न्याय की गुहार अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। अब जानकारों की मानें तो दर्शन पूजा अर्चना यज्ञ हवन आरती सब पूरा हो चुका है। अब बलि की परंपरा जो आदिकाल से चली आ रही है। सिर्फ यही रश्म बाकी है। और अब जल्द ही इसे सरकार निभायेगी। फिलहाल गुजरात सरकार पक्ष के अध्यक्ष और मंत्री गण इसका आह्वान कर चुके हैं। इसके संकेत और इस पर पूरी टीम बनाई जा रही है। सूत्रों के हवाले से चल रही खबरों की मानें तो गुजरात में ACB आज पूरे राज्य में सबसे अधिक लोकप्रिय हो चुकी है। इसके विस्तार में आज बलि की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।अब देखना दिलचस्प होगा कि देवी देवताओं को कौन कौन प्रिय है। इस पर सभी की नजरें लगी है। नवसारी विजलपोर नगरपालिका के अधिकारी स्वयं अपने हलफनामे में यह लिखित में कहा है कि वेरा सिर्फ नगरपालिका के फायदे के लिए लिया जा रहा है । इससे मालिकाना हक नहीं साबित होता। और दूसरी तरफ वेरा माफी करकर सावित क्या कर रहे हैं। और गुजरात अर्बन टाउन प्लानिंग एक्ट १९७६ की मानें तो दिये गये नक्शे परमीशन से ज्यादा कुछ भी पाया गया उसे सरकार बिना किसी कार्यवाही के तोड़ सकती है। ऐसी सभी तथ्यों को एक साथ रखकर देखा जाय फिर सभी बिल्डिंग जिसमें सरकार के म्युनिसिपल इंजीनियर और मुख्य अधिकारी यदि सीसी और बीयुसी नहीं दिये ऐसी सभी बिल्डिंग को अवैध निर्माण के तहत माना जायेगा। और गुजरात हाईकोर्ट ने बाकायदा कई मामलों में अपने हुक्म के साथ अपना रुख साफ कर चुकी हैं। और गुजरात के कई जिलों में खासकर सूरत और वलसाड में भी ऐसी सभी बिल्डिंगों की जमींदोज किया जा चुका है। अब इससे साफ जाहिर होता है कि यहां एक सभी एक षड्यंत्र के तहत किया जा रहा है। अब ऐसी हालत को यदि जल्द ही किसी अंजाम तक न पहुंचाया जाये फिर विकास सिर्फ एक जुमला बन कर रह जायेगा। 


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