Friday, April 30, 2021

आयुर्वेद अपनाएं स्वस्थ रहें-----Online Telephonic Ayurveda Free Consultation for Covid-19 Positive Patient




Online Telephonic Ayurveda Free  Consultation for Covid-19 Positive Patient

आयुर्वेद अपनाएं स्वस्थ रहें

    कोरोनावायरस संक्रमण वर्तमान समय में लोगों के बीच जंगल की आग की तरह फैल रहा है। जिससे अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की भारी कमी हो चुकी है। जिससे कि आज की इस बहुत ही गंभीर  स्थिति में सबसे जरूरी कोरोना पॉजिटिव दर्दी के लिये योग्य सलाह मिले इसलिये  free टेलीफोनिक आयुर्वेद consultation शुरू किया है । जिसमे संक्रमण के शुरुआत में ही या पहला लक्षण दिखाई देने पर उसी दिन से ही  वर्तमान दवा के साथ आयुर्वेदिक औषधियां और आयुर्वेदिक कोविड आहार योजना को उस दिन से शुरू किया जा सकता है। जिससे  कोविड संक्रमित रोगी या परिवार के किसी सदस्य को न्यूमोनिया या ऑक्सीजन की कमी के कारण होती hypoxia जैसी प्राणघातक अतिगंभीर स्थितियों से बचा जा सकता है और टाला  भी जा सकता है।


आयुर्वेद का एक हिस्सा रसशास्त्र के नाम से  पूरे क्षेत्र को कवर करता है। जिसमें मुख्य रूप से रस औषधि का उपयोग किया जाता है। रसऔषधि को  चिकित्सा आपात स्थितियों में उपयोग किया जाता है। और उन की कम खुराक और आयुर्वेदिक उपचार के पहले दिन बहुत जल्दी परिणाम के रूप में दिया जा सकता है।


कोरोना वायरस एक घातक वायरस है जो ऊपरी श्वसन पथ (नाक, साइनस और गले) या निचले श्वसन पथ (ब्रांकाई और फेफड़े) को संक्रमित करता है।इस घातक वायरस से गंभीर निमोनिया, श्वसन विफलता, हृदय की समस्याएं, सेप्टिक शॉक और मृत्यु हो सकती है। कई शीर्ष आयुर्वेद विशेषज्ञ वर्तमान में कई अमृत जैसी जड़ी-बूटियों और शक्तिशाली आयुर्वेदिक  एंटीवायरल और इम्यून-बूस्टिंग आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग अस्पताल में भर्ती या आईसीयू रोगियों की जान बचाने के लिए कर रहे हैं। और अगर समय पर शुरू किया गया तो वे ऑक्सीजन बढ़ाते हैं। फेफड़ों में फाइब्रोसिस को रोकते हैं। और अस्पताल से जल्दी ठीक करने में कारगर है। ऐसे आपातकाल के मामले में, बेहतर परिणामों के लिए, अपने आयुर्वेद विशेषज्ञ से संपर्क करें और तुरंत उपचार शुरू करें।


सुरक्षा और प्रभावशीलता के लिए, इसे केवल आयुर्वेद विशेषज्ञों के अधीन लेने की सलाह दी जाती है।

यदि आप कोविड से संक्रमित हैं, तो आपको डरने की ज़रूरत नहीं है। यदि आपको कोई लक्षण दिखाई देता है। तो  तुरंत अपने पास के किसी भी डॉक्टर या आयुर्वेदिक उपचार के लिए अथवा हमसे संपर्क करें और उचित मार्गदर्शन के लिए निम्नलिखित ऑनलाइन टेलीफोन नंबर पर हमसे संपर्क करें।


 
LOKRAKSHAK HEALTH CARE
  ALAKAPURI SOCIETY 
NEAR SHIVAJI CHAUK 
VIJALPORE NAVSARI -396445 GUJARAT 
Dr R.R.Mishra
Ayurveda & Naturopathy Consultant 
MOBILE & Whatsapp-  9898630756
9007850786 
 

આયુર્વેદ અપનાવો સ્વસ્થ રહો....*Online Telephonic Ayurveda Naturopathy Consultation for Covid-19 Positive Patient*



*Online Telephonic Ayurveda Naturopathy Consultation for Covid-19 Positive Patient*

આયુર્વેદ અપનાવો સ્વસ્થ રહો
સ્વદેશી અપનાઓ રોગ ભગાઓ

     વર્તમાન સમય માં કોરોના વાયરસનું સંક્રમણ ભયંકર રીતે લોકો માં ફેલાયી રહ્યું છે. જેથી હોસ્પિટલો માં ઓક્સીજન અને બેડ, ઇન્જેક્શન સાથે તબીબોની ગંભીર અછત ઉભી થયી છે.અને ખાનગી હોસ્પિટલોનો બિલ દરેકને પોષાય એવો નથી.  જેથી અત્યારના આ ખૂબ અતિગંભીર પરિસ્થિતિ માં સહુ થી જરૂરી કોવિડ દર્દી માટે યોગ્ય માર્ગદર્શન મળે સાથે સાથે સામાન્ય રીતે પોતાના ઘરે સારવાર લઈ સાજા થવા  તે હેતુસર ટેલેફોનિક આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર Consultation શરૂ કરેલ છે.જેમાં સંક્રમણની શરૂઆતમાં કે જે દિવસે લક્ષણો દેખાય એ દિવસથી જ તમારી ચાલુ દવાની સાથે આયુર્વેદિક ઔષધિઓ અને આયુર્વેદિક કોવિડ ડાયેટ પ્લાન તમારા નજીકના આયુર્વેદ ચિકિત્સકની સલાહ થી ચાલુ કરી શકાય. જેથી કોવિડ દર્દીને કે તમારા પરિવારના કોઈ પણ સભ્યને ન્યૂમોનિયા કે ઓક્સીજનની ગંભીર ઉણપના લીધે ઉત્પન્ન થતી પ્રાણઘાતક hypoxia જેવી ગંભીર પરિસ્થિતિમાંથી બચી કે ટાળી શકાય.


            આયુર્વેદનો એક ભાગ મુખ્યત્વે રસઔષધિ તરીકે ઓળખાતા  ફાર્માસ્યુટિકલ પ્રિપેરેશન્સના આખા ક્ષેત્રને આવરી લે છે. રસ ઔષધીનો  મેડિકલ emergency માં ઉપયોગ કરવામાં આવે છે.  અને તેમની ઓછી માત્રા અને આયુર્વેદની સારવારના પ્રથમ દિવસે જ ખૂબ જ ઝડપી પરિણામના કારણે કોઈપણ તબીબી કટોકટીની સ્થિતિમાં આપી શકાય છે.

     કોરોના વાયરસ એ જીવલેણ વાયરસ છે. જે ઉપલા શ્વસન માર્ગ (નાક, સાઇનસ અને ગળા) અથવા નીચલા શ્વસન માર્ગ (શ્વાસનળીઅને ફેફસાં) માં ચેપ લાવે છે.આ જીવલેણ વાયરસ ઘાતકી ન્યૂમોનિયા , શ્વસન તંત્ર નું failure , હૃદયની સમસ્યાઓ, સેપ્ટિક શોક અને મૃત્યુ તરફ દોરી શકે છે. હાલમાં ઘણા ટોચના આયુર્વેદ નિષ્ણાતો જીવન બચાવવા અનેક  અમૃત સમાન રસ ઔષધિઓ અને શક્તિશાળી એન્ટિવાયરલ અને રોગપ્રતિકાર શક્તિ વધારનાર  આયુર્વેદની દવાઓ પણ હોસ્પિટલમાં દાખલ અથવા આઇસીયુ દર્દીઓમાં વાપરી રહ્યા છે.જો તે  સમયસર શરૂ કરવામાં આવે તો તેઓ ઓક્સિજનને વધારે છે. તેઓ ફેફસામાં થતો  ફાઇબ્રોસિસ અટકાવે છે. અને હોસ્પિટલમાંથી વહેલી રજા અપાવે છે. આવી કટોકટીની સ્થિતિમાં વધુ સારા પરિણામ માટે તમારા આયુર્વેદના નિષ્ણાત નો સંપર્ક કરી સત્વરે ચિકિત્સા ચાલુ કરવી. 

સલામતી અને અસરકારકતા માટે ફક્ત આયુર્વેદ નિષ્ણાતોની હેઠળ જ લેવાની સલાહ આપવામાં આવે છે .

જો તમે કોવિડ સંક્રમિત થયા છો તો તમારે ડરવાની જરૂર નથી. તમને થોડા પણ લક્ષણો દેખાય કે તરત જ તમારા નજીક ના કોઈ પણ ડૉક્ટર કે  આયુર્વેદિક અને નૈસર્ગિક ચિકિત્સા માટે અમારો  સંપર્ક કરી યોગ્ય માર્ગદર્શન માટે અમારા નીચે આપેલા ઓનલાઈન ટેલિફોનિક નંબર પર સંપર્ક કરવો.

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ALKAPURI  SOCIETY  NEAR SHIVAJI CHAUK VIJALPORE NAVSARI -396445

Dr R.R.MISHRA
Ayurveda & Naturopathy  Consultant 
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9328014099










नवसारी विजलपोर नगरपालिका के अधिकारी ईमानदार के ....! तारीख 27/4/21 निरीक्षण करवाने के पत्र को 28/4/21 को रजी. किया ....!








नवसारी जिले में नवसारी नगरपालिका बेहतरीन ईमानदार की छबि काबीलेे तारीफ ...!

तारीख 27/4/21 निरीक्षण करवाने के पत्र को 28/4/21 को रजी. किया ....!

                         आज पिछले एक वर्ष से  कोरोना जैसी महामारी से आज पूरा गुजरात पूरा देश आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। परंतु नवसारी विजलपोर नगरपालिका के शासन प्रशासन के नेताओं और अफसरों को पसंद नहीं है। जिसकी वजह से  नवसारी विजलपोर नगरपालिका में गटरों को साफ करवाना, दारु शराब के अड्डों को दूर करवाना अथवा उनके पास कोमर्सियल वेरा वसूल करना, व्यापार की सूची में लाकर अतिरिक्त टेक्स लेना, सेनेटाइजर करवाना, पावडर का छिड़काव करवाना अभी तक एक उचित नहीं समझते हैं। सरकार के नियमों की मानें तो सचिव अथवा समकक्ष के अलावा किसी भी अधिकारी अथवा कचेहरी में एरकंडीशन की सुविधा उपलब्ध नहीं  है। परंतु नवसारी जिले में नवसारी विजलपोर नगरपालिका के मुख्य अधिकारी अपने अपने कार्यालय में एरकंडीशन लगा कर गैरकानूनी निर्माणों को दूर न करके लाखों करोड़ों रुपए का सरकार को चूना लगवा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कोरोना जैसी महामारी को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो रहे हैं। इसी क्रम में बिन अधिकृत निर्माणों की संख्या में दर रोज जोरदार बृद्धि हो रही है। सूचना का अधिकार अधिनियम2005 हो अथवा सेवा का अधिकार अधिनियम 2013 हो नवसारी जिले में नवसारी विजलपोर नगरपालिका इसका पालन करना गुनाह समझती है। एक तरफ कोरोना महामारी के रूप में दर रोज बढ़-चढ़ कर अपनी संख्या दर्ज कर रही है। वहीं आज सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार को आज दो वक्त रोटी कहां से लायेंगे उसके लिए परेशान हैं। सरकार भले रात दिन मेहनत मसक्कत के साथ करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। परंतु नवसारी जिले में नवसारी विजलपोर नगरपालिका के सदर अधिकारियों को कुछ भी फर्क नजर नहीं आ रहा है। सरकार को बदनाम करने के लिए आज विरोध पक्ष की जरूरत नहीं है। सरकार के अधिकारी ही काफी है। नवसारी विजलपोर नगरपालिका के जांबाज प्रचंड अनुभवी विद्वान वर्ग एक के मुख्य भूमिका में लाखों रुपए वेतन के साथ राजाशाही सुविधाओं से लशालश अधिकारी श्री के पास सरकार के नियमानुसार ऐसे कारनामो की हकीकत लक्षी सूचना मांगी गई थी। परंतु गैरकानूनी एरकंडीशन जिसे आज हर हाल में निकालना जरूरी है। ऐसे अधिकारी समयसर सूचना देना उचित नहीं समझते हैं। जिसके उपलक्ष में अपील की गई। और प्रादेशिक कमिश्नर नगरपालिकाओ जिनके पास 22 नगरपालिकाओ की जवाबदेही है ऐसे प्रथम अपील अधिकारी श्री जो खुद अभी तक ऐसे कई  बड़े बड़े कारनामे कर चुके हैं। सूचना अधिकार अधिनियम एक विराट और जन हित पारदर्शी वाले कानून का उलंघन करते हुए सीधा सीधा नवसारी विजलपोर नगरपालिका के सूचना अधिकारी का बचाव करते हुए सूचना अधिकारी को पुनः निरीक्षण करवा कर आंशिक सूचना मुफ़्त में देने का हुक्म कर दिया। और इसी संदर्भ में नवसारी विजलपोर नगरपालिका के जांबाज अनुभवी सुपर क्लास के अधिकारी आधे घंटे मुफ्त बाद में चार्ज लेने जैसे गुमराह पत्र के साथ  एक बार अरजदार को बुलाया गया और सीधे सीधे निरीक्षण न करवाकर सात दिनों में सूचना भेजने के लिए कह कर मुकर गये। अब सूचना अधिकारी चीफ ओफीसर श्री एक नया पैंतरा शुरू कर चुके हैं। एक पत्र नवसारी विजलपोर नगरपालिका पत्र क्रमांक न वि न जा नं. जामाअ 207 तारीख 22/04/2021 जिसे भारतीय पोष्ट रजी. नं. आरजी 933215635 आई एन कालियावाडी में तारीख 28/04/2021 समय 12:00 देकर तारीख 27/4/2021 को निरीक्षण करने का हुक्म देकर उसे तारीख 28/04/2021 को रजी किया है। और यह रजी पत्र अरजदार को तारीख 29/4/ 20 21को मिला है। अब इसे अरजदार को तारीख पर हाजिर न होने की वजह से रद्द कर दिया जाएगा। और यह प्रोग्राम और प्रयोग ऐसे पहले कई बार कर चुके हैं। भ्रष्टाचार के मामलों में सीधे जवाबदार अधिकारी आज गुजरात सरकार को ही नहीं अपितु अपने आप को धोखा दे रहे हैं। शायद सदर सूचना अधिकारी श्री को ज्ञात नही है कि इसके पहले ऐसा कई बार कई गुमराह करने वाले अधिकारी ठीक ऐसे मामलो में कर चुके हैं। और आज भी बिन अधिकृत निर्माण की गुजरात सतरकता आयुक्त की जांच में तत्कालीन चिफ ओफिसर दोषी पाये गये और उन पर अभी मुकदमा और कार्यवाही बाकी है।यह कहानी फिर से समय दोहरा रहा है। यह भी जानना जरूरी है कि सरकार के पास नोट छापने वाली मशीन नहीं है। और न ही सरकार अवैध संपत्ति को रखने का किसी को अधिकार देती है। एक एक रुपया गरीब वंचित आदिवासी महिलाओं मजदूरों किसानों आर्थिक पिछड़े तंगी से जूझ रहे लोगों का है। सरकार की तिजोरी से वेतन लेने वाले सभी अधिकारी नोकरशाह है। संवेदनशील रहना आज निहायत जरुरी है।अन्यथा समय इसका जवाब जरूर देगा ।


    आज सरकार की कर्मचारी राज्य बीमा निगम योजना एक सफल और कोरोना जैसी महामारी में अमृत समान है। सरकार की ऐसी सफल योजना को सभी अधिकारियों को लागू करने वाले निर्देश को पालन न करना एक हिटलरशाही को सूचित कर रहा है।कर्मचारी राज्य बीमा निगम योजना जिसमे 21000/-तक के सभी मजदूरों और कर्मचारियों को सुविधा दिलवाने की जवाबदेही तय है।सातवां वेतन विजलपोर नगरपालिका में देने का हुक्म को अभी तक न देना, निवृत्त कर्मचारियों को उनके मिलने वाले हक को न दिलवाना, लघुत्तम मासिक वेतन मजदूरों कर्मचारियों को न देना सीधे सीधे गुनाह और पाप की श्रेणी में आता  है। अब ऐसे अधिकारियों को जो सरकार को बदनाम ही नहीं एक गुनाह भी कर रहे हैं उन्हें सरकार गंभीरता से यदि लेने में देर करती है फिर न्यायालय में और राज्यपाल की जवाबदेही बनती है। और सूत्रों के हवाले से तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की मांग होना निश्चित है। वैसे गुजरात सतर्कता आयुक्त को ऐसी सभी व्यवस्थाएं करवाने के लिए सूचित किया जाने की लोकचर्चा आज देखी जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि नवसारी विजलपोर नगरपालिका के संबंधित सभी अधिकारी ऐसी हालत में सहयोग करते हैं कि भाई भाई की भूमिका में गैरकानूनी एरकंडीशन में भयभीत होकर कोरोना का बहाना बना कर टाइमपास। जयश्री राम 


Wednesday, April 28, 2021

નવસારી જિલ્લામાં વાયરસ સંક્રમિત દર્દીઓ માટે ખુશખબર...!



નવસારી જિલ્લામાં વાયરસ સંક્રમિત દર્દીઓ માટે ખુશખબર...!
      
        નવસારી જિલ્લામાં કોરોના મહામારી ચરમસીમાએ રાજ કરી રહ્યુ છે.સરકારી અને ખાનગી હોસ્પીટલો માં બેડ વેન્ટિલેટર ઓક્સિજન ઇન્જેક્શન કે તબીબો પુરતુ પ્રમાણમાં ન હોવાથી આજે માનવજીવન ત્રાહિમામ પોકારી ઉઠ્યા છે.અને રોજેરોજ સંક્રમિત દર્દીઓની સંખ્યા માં ભરખમ વધારો જોવા મળી રહ્યો છે.શાસન પ્રશાસન રાત દિવસ મહેનત કરી રહ્યો છે. જનતા કર્ફ્યૂ સ્વૈચ્છિક લોકડાઉન કે રાત્રે કરફ્યુ માં નાગરિકોના સાથ સહકાર હોવા છતાં આજે એક ભયનો માહોલ સર્જાયો છે.સતત રોજી રોજગાર બંધ રહેવા થી ભુખમરી, બેરોજગારી , ભ્રષ્ટાચાર,  કાળાબજારી વધી રહ્યુ છે.અને વાયરસ સંરક્ષણ માટે સરકાર દ્વારા નવી ગાઈડ લાઈન સાથે તમામ પ્રયાસો કરી રહી છે. છતા હજુ સુધી વિશ્વ આરોગ્ય સંસ્થાના અહેવાલ મુજબ કોઈ મક્કમ દવા મળી નથી ફક્ત મેડિકલ ટ્રાયલ બેઝ ઉપર સારવાર આપવામાં આવે છે.આધુનિક ચિકિત્સા પદ્ધતિ એલોપેથી માં દરેક સંક્રમિત નાગરિકોની સારવાર માટે વ્યવસ્થા પુરતુ સાથે દરેક નાગરિકો માટે શક્ય નથી.લાખો રુપિયાનો બિલ ખાનગી હોસ્પિટલોમાં ભરવો એ સામાન્ય અને મધ્યમ વર્ગના નાગરિકો માટે કોઈ પણ સંજોગોમાં સંભવ નથી.આજે માનવીય ચિકિત્સા માટે એક સર્વે મુજબ ત્રણ સૌ પદ્ધતિઓ છે.જેમા એલોપેથી ચિકિત્સા પદ્ધતિ સૌથી નવી પદ્ધતિ છે.અને અન્ય તમામ પદ્ધતિઓ માં હાલના તબક્કે સ્વદેશી ચિકિત્સા પદ્ધતિ આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ સૌથી વધુ કારગર પદ્ધતિ સાબિત થઇ રહી છે. અને આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ માં કોઈ પણ સંજોગોમાં મોટા ભાગે આડ અસર નથી.અને આજે પણ મોટા ભાગના ગ્રામ્ય વિસ્તારોમાં આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ થી સૌથી વધુ પ્રમાણમાં નાગરિકો સારવાર લઈ સાજા થઈ રહ્યા છે.

         સ્વદેશી આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ સૌથી વધુ કારગર પદ્ધતિ છે.અને સામાન્ય થી સામાન્ય નાગરિકો એ પદ્ધતિ થી સારવાર લઈ શકે છે. જેથી સામાન્ય મધ્યમવર્ગના નાગરિકો માટે ગભરાઈ જવાની જરૂર નથી.સબ્ર અને વિશ્વાસ સાથે સ્વદેશી આયુર્વેદિક નૈસર્ગિક ઉપચાર રૂષિ મુનિઓ દ્વારા શોધ કરેલ દવાઓના પ્રયોગ થી લાખો દર્દીઓ સારવાર લઈ સાજા થઈ રહ્યા છે.આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ થી સારવાર આપવા માટે તબીબોના સંપર્ક એક સારો વિકલ્પ છે.
લોકરક્ષક હેલ્થ કેયર નવસારી દ્વારા આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર કેન્દ્ર માં સંપર્ક કરી દવાઓ અને માર્ગદર્શન મેળવી શકાય છે. 


Thursday, April 22, 2021

નવસારી જિલ્લા આયુર્વેદ અધિકારી શ્રીમતી ડો.નયના પટેલ અને ટીમ દ્વારા ઉકાળા વિતરણ




નવસારી જિલ્લા આયુર્વેદ અધિકારી શ્રીમતી ડો.નયના પટેલ અને ટીમ દ્વારા ઉકાળા વિતરણ

નવસારી જિલ્લામાં કોરોના વૈશ્વિક મહામારી સામે લોકોની રોગપ્રતિકારક શક્તિ વધે તે માટે માન. જિલ્લા વિકાસ અધિકારી નવસારીની સૂચના અન્વયે જિલ્લા આયુર્વેદ અધિકારી ડૉ.નયના પટેલના માર્ગદર્શન હેઠળ આયુષ ટીમ નવસારી દ્વારા નવસારીના જુદા જુદા સ્થળોએ આયુર્વેદિક ઔષધિય ઉકાળા વિતરણની કામગીરી શરુ કરવામાં આવી છે. જેમાં વાંસદા તાલુકા માં આયુષ ટીમ અને RSS વાંસદાના સ્વયસેવકોના સહયોગ થી તા. 20/4/21 થી 24/4/21 સુધી જલારામ મંદિર ના હોલમાં ઉકાળો તૈયાર કરી વાંસદા ના દરેક ફળીયા મા સ્વયં સેવકો દ્વારા ઘરે જઈ ડોર ટુ ડોર ઉકાળા વિતરણની કામગીરી ચાલુ છે આ ઉપરાંતઆયુષ ટીમ દ્વારા વાંસદા ના આજુબાજુના ગામોમાં ઉનાઈ, સુખાબારી, ઉપસલ, ચઢાવ ગંગપુર, હનુમાનબારી, અંકલાછ માં પણ ઉકાળા વિતરણની કામગીરી હાલમાં ચાલુ છે. નવસારી જિલ્લા આયુર્વેદના તમામ તબીબો સાથે ટીમની કામગીરી કાબીલે તારીફ છે. અને આયુર્વેદ ઔષધીય ગુણો થી ભરપુર ઉકાળો કોઈ પણ આડ અસર વગર અમૃત સમાન છે. ઉકાળો પીવાથી રોગ પ્રતિકારક શક્તિ માં વધારો થાય છે. ઉકાળો બનાવી ઘરે ઘરે પહોંચતું કર્યું એના બદલ પ્રતિષ્ઠિત અને જાગૃત નાગરિકો આભાર વ્યક્ત કર્યો છે. 

Wednesday, April 21, 2021

राष्ट्रीय हिंदु संघ नवसारी द्वारा रक्तदान शिविर संपन्न




राष्ट्रीय हिंदु संघ नवसारी द्वारा रक्तदान शिविर संपन्न    
     राष्ट्रीय हिन्दू संघ नवसारी जिला की ओर रामनवमीे के पावन पर्व पर कोरोना की वैश्र्विक महामारी के बचाव में नवसारी जिला की तरफ से रक्त दान (ब्लड डोनेट) कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमेंं राष्ट्रीय हिन्दू संघ नवसारी जिला के पदाधिकारियों ने अपनी अपनी ओर से जोरदार प्रयास कर, 30, युनिट रक्त एकत्रित किया ओर राजेश गोहिल को भी कोरोना की वज़ह से देहांत हुऐ उनके अग्नि संस्कार करने हेतु राजेश गोहिल का भी संघ द्वारा सन्मान किया गया ।इस कार्यक्रम में सभी पदाधिकारियों सभ्य उपस्थिति रहे। और सभी ने मिलकर राम नवमी के पावन पर्व पर जय श्री राम के नारे लगाए। नवसारी जिले में एक तरफ जहां कोरोना एक महामारी के रूप में आज अपने चरमसीमा पर पहुंच चुका है।चारों तरफ आज लोग त्राहिमाम हो चुके है। देश में पहली बार शासन प्रशासन निष्फल नजर आ रहा है। अस्पतालों में कहीं ओक्सीजन बेड इंजेक्शन वेंटीलेटर की भारी कमी है। ऐसी हालत में रक्तदान जीवनदान से कम नहीं है। और आज राष्ट्रीय हिंदु संघ के सभी पदाधिकारी एवम सभासद आज मानवता मानव सेवा प्रभु सेवा को लक्ष्य मानकर रात दिन सेवा करने में अग्रसर है। और रक्त दान में आज सभी पदाधिकारियों एवम रक्त दाताओं ने  अग्रणी भूमिका निभाई है।ऐसे नेक कार्य करके मानस रूपी जीवन रेखा को धन्य बनाया है। और इस पवित्र कार्य में सभी पदाधिकारियों सभासदों नेेअपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिसमे उपस्थित पदाधिकारी  
1,डॉ.आर.आर.मिश्रा (गुजरात प्रदेश उपाध्यक्ष)
2,नागेश गोहिल, (अध्यक्ष)
3,अरुणा बेनभोर (महिला मोर्चा अध्यक्ष)
4,मुकेश दैया( कार्यकारी अध्यक्ष)
5,दिव्येश शर्मा (उपाध्यक्ष)
6,राजेश गोहिल (उपाध्यक्ष)
7,अरुण सूर्यवंशी (प्रवक्ता)
8,गणेश कोली (संगठन मंत्री)
9,सुनीलभाई पाटिल (कोषाध्यक्ष)
10,सैलेष शाह (महासचिव)
11,दिलीप भाई सेठ (महासचिव)
12,नयनाबेन पवार (महिला मोर्चा महासचिव)
13,प्रवीण भाई दरजी (सचिव)
14,राजेश भाई दरजी (सचिव)
15,रविकांत भाई भोर (कोषाध्यक्ष)
16,अशोक भाई दरजी (सभ्य)
17,नेमिल महेता (सभ्य)
18,क्रोनिल दफ्तरी (सभ्य)
19,अनुराग शाह (सभ्य)
20,दिनेश गोहिल (सभ्य)
21,जीतू भाई सेन (सभ्य)
22,आषिश शाह (सभ्य) 
आदि ने विशिष्ट योगदान दिया। 
जय श्री राम 

Sunday, April 18, 2021

નવસારી જિલ્લામાં કોરોના માટે હોસ્પિટલોની યાદી



નવસારી જિલ્લા વહીવટી તંત્ર દ્વારા કોરોનાગ્રસ્ત વ્યક્તિઓની
સારવાર માટે ૧૮ હોસ્પિટલોમાં 
હેલ્પ ડેસ્ક શરૂ

 નવસારી જિલ્લાની ૧૮ હોસ્પિટલોમાં કોરોના ગ્રસ્ત વ્યક્તિઓની સારવાર માટે હેલ્પ ડેસ્ક શરૂ કરવામાં આવી છે. બેડની વ્યવસ્થા હોઇ દર્દીઓ અને હોસ્પીટલોની રજૂઆતો ઉપર દેખરેખ રાખવા જિલ્લા વહીવટી તંત્ર નવસારી દ્વારા સુચારૂ આયોજન કરવામાં આવ્યું છે.
નવસારી જીલ્લામાં વધતાં જતાં શંકાસ્પદ અને પોઝીટીવ દર્દીઓની સંખ્યાને ધ્યાને લઈ નીચે મુજબની હોસ્પિટલોમાં કોવિડ-૧૯ દર્દીને દાખલ કરતાં પહેલા હોસ્પિટલની સામે દર્શાવેલ હેલ્પડેસ્ક નં/જવાબદાર કર્મચારી/ અધિકારી ને ફોન દ્વારા સંપર્ક કરી હોસ્પિટલમાં દાખલ કરવા માટે પથારીની ઉપલબ્ધિ છે કે નહિ તે જાણી દર્દીને રીફર કરવા જેથી દર્દીને એક હોસ્પિટલથી બીજી હોસ્પિટલમાં રખડવું ન પડે.


હોસ્પિટલ નું નામ હેલ્પ ડેસ્ક નં

સિવિલ હોસ્પિટલ નવસારી ૯૬૮૭૬૮૫૯૩૧

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યશફીન હોસ્પિટલ નવસારી ૯૩૨૭૬૬૦૧૧૨

કે.ડી.એન.ગોહિલ હોસ્પિટલ નવસારી ૭૯૯૦૧૦૬૩૦૦

ઓરેન્જ હોસ્પિટલ નવસારી ૯૮૭૯૨૦૫૯૯૫, ૭૬૦૦૧૮૯૦૯૮

લાયન્સ હોસ્પિટલ નવસારી ૯૯૭૪૩૧૫૪૯૮

કેજલ હોસ્પિટલ નવસારી ૯૨૬૫૩૭૧૧૭૭, ૯૩૨૮૫૯૪૬૯૩

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સ્પંદન હોસ્પિટલ ચીખલી ૮૧૪૦૩૨૮૦૦૦, ૮૧૪૦૩૧૮૩૩૩

પારસી હોસ્પિટલ નવસારી ૯૪૨૮૧૬૧૦૫૪, ૯૦૯૯૪૫૫૦૮૧

યુનિટી હોસ્પિટલ નવસારી (૦૨૬૩૭) ૨૫૭૨૫૧, ૯૩૨૮૧૦૧૮૬૯

શુશ્રુષા હોસ્પિટલ નવસારી (૦૨૬૩૭) ૨૫૨૨૦૮, ૨૫૦૭૭૭

દમણીયા હોસ્પિટલ ગણદેવી (૦૨૬૩૪) ૨૬૨૬૫૩

આનંદ હોસ્પિટલ ચીખલી (૦૨૬૩૪) ૨૩૧૩૦૧, ૯૪૨૯૧૪૩૯૮૭

આલીપોર હોસ્પિટલ ચીખલી ૮૮૬૬૨૨૬૦૮૭

શિવાય હોસ્પિટલ ચીખલી (૦૨૬૩૪) ૨૩૦૦૭૫, ૭૩૫૯૨૧૮૩૬૪

શિવમ હોસ્પિટલ વાંસદા (૦૨૬૩૦) ૨૨૨૦૮૪, ૨૨૩૦૮૫

ઉદિત હોસ્પિટલ વાંસદા ૯૯૯૮૧૨૬૮૮૧

જે વ્યક્તિ કુંભ મેળામાંથી પરત ફરી હોય તેમણે ડિઝાસ્ટર શાખા નવસારીના કંટ્રોલ રૂમ નં ૦૨૬૩૭-૨૩3૦૦૨ અથવા ટોલ ફ્રી નંબર ૧૦૭૭ ઉપર જાણ કરવાની રહેશે અથવા જેમને માહિતી મળી હોય તેમણે આપેલ કંટ્રોલ રૂમ નંબર ઉપર જાણ કરવાની રહેશે.



Wednesday, April 14, 2021

વલસાડ જિલ્લા આયુર્વેદ અધિકારીઓ સાથે આયુર્વેદ ના તબીબોની કામગીરી કાબીલે તારીફ





વલસાડ જિલ્લા આયુર્વેદ અધિકારીઓ સાથે આયુર્વેદ ના તબીબોની  કામગીરી 
કાબીલે તારીફ 
આજે તારીખ  ૧૪/૫/૨૦૨૧ ના રોજ વલસાડ જિ.પ.આયુર્વેદ દવાખાનુ, ભુતસર ના આયુર્વેદ ના    ડોક્ટરો  દ્વારા બોદલાઈ,ભુતસર ગ્રાં.પ તથા વાંકલના પી.એ.સી ખાતે વિતરણ કરવા માટે સંશમની વટી તથા ઉકાલા આપવામાં આવ્યાં.
કોરોના જેવી મહામારી માં આજે આયુર્વેદ એક અમૃતતુલ્ય સમાન છે. ૧૩ માસ પછી પણ કોરોના મહામારી માં આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ એક કારગર ઉપાય છે. પાંચ તત્વો થી માનવ શરીરની રચના થયેલ છે.જેમા કોઈ પણ ખામી કે તકલીફ આવે ત્યારે એજ ફરીથી પાંચ તત્વો થી નિર્મિત એટલે નૈસર્ગિક આયુર્વેદ ના દવાઓથી દૂર કરી શકાય છે. જેમાં આજે વલસાડ જિલ્લા પંચાયતના જિલ્લા આયુર્વેદ અધિકારીઓ આયુર્વેદ ના દવાઓ સાથે નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ થી બનાવેલ ઉકાળો ના વિતરણ કરવામાં આવ્યુ છે. જાણકારો ના મંતવ્ય મુજબ આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર પદ્ધતિ  કોઈ પણ સંજોગોમાં ઈમ્યુનિટી પાવર માટે એક સચોટ ઉપાય છે.રોગ પ્રતિરોધક ક્ષમતા માટે આયુર્વેદ નૈસર્ગિક ઉપચાર સૌથી સરળ અને સરસ ઉપાય છે. સૌથી પ્રાચીન અને પૌરાણિક પદ્ધતિ ઉપર સરકાર એક નજર કરી એનો ખરેખર મહત્વ આપે એ આજની જરૂરિયાત છે.

વલસાડ જિલ્લા માં વલસાડ નગરપાલિકા દ્વારા કોરોના જેવી મહામારીને નાબુદ કરવા યુદ્ધના ધોરણે વલસાડ શહેરને સેનેટાઈઝર કરવાનીની કામગીરી .......!






વલસાડ જિલ્લા માં વલસાડ નગરપાલિકા દ્વારા કોરોના જેવી મહામારીને નાબુદ કરવા યુદ્ધના ધોરણે વલસાડ શહેરને સેનેટાઈઝર 
કરવાનીની કામગીરી .......! 
                             આજે ગુજરાત માં મોટા ભાગે દરેક જિલ્લાઓ કોરોના જેવી મહામારી થી ત્રાહિમામ થવા પામ્યા છે. ૧૩ માસ પછી પણ વિશ્વ આરોગ્ય સંસ્થા કે આધુનિક વૈજ્ઞાનિકો પાસે કોઈ સચોટ ઉપચાર નથી. જેથી મેડિકલ ટ્રાયલ બેસ ઉપર ઉપચાર કરવામાં આવી રહ્યો છે. અને મોટા ભાગે દરેક પ્રકારથી સરકાર રાત દિવસ સંપર્ક સાથે પ્રયત્નો કરી રહી છે. અને આજે પણ કોરોના જેવી મહામારીથી રાહત માટે સરકારશ્રીના ગાઈડ લાઈન મુજબ માસ્ક,હાથ ધોવાના સાથે  શોસિયલ ડિસ્ટેંસ કે કામ વગર બહાર ન જવા જેવા જરૂરી સિવાય કોઈ વિકલ્પ નથી. એક વર્ષ અગાઉ એક દર્દી પોજિટિવ આવતા મોટા ભાગના દરેક વિભાગ સંકલન કરી કોરોના જેવી મહામારીને મટાડવા પ્રયત્નો કરતા જોવા મળતો હતો. પરંતુ આજે મોટા ભાગના શાસન અને પ્રશાસનના નેતાઓ અને અધિકારીઓ નિરાશ થઈ પોતાના જીવ સંકટ માં ન આવી જાય એવો નજરે પડી રહ્યા છે. એવા સંકટ સમયે વલસાડ નગરપાલિકાના અધિકારીઓ કર્મચારીઓના સંકલન થી આખો શહેર સેનેટાઇજર કરવો એ ખરેખર કાબીલેતારીફ કામગીરી છે. વલસાડ નગરપાલિકાના તમામ અધિકારીઓ કર્મચારીઓ સાથે આરોગ્ય વિભાગ આજે ઘરે ઘરે જઈ હોમ કોરોંટાઈન થયેલ દરેક દર્દીઓ અને પરિવાર માં થતી આરોગ્ય સંબધિત તકલીફો માટે યથોચિત મદદ પણ પુરૂ પાડે છે. સુત્રો દ્વારા મળેલ માહિતી મુજબ વલસાડ જિલ્લાના કલેક્ટર શ્રી સાથે તમામ સંબધિત અધિકારીઓ આજે ૨૪ ક્લાક યુદ્ધના ધોરણે કામો કરતા જોવા મળે છે. કોઈ પણ મહામારી કે આપાતકાલ માં સરકાર શ્રી સાથે જિલ્લાના અધિકારીઓના સંકલન વગર રાહત મળી શકે નહિ. જે આજે વલસાડ જિલ્લા ગુજરાત માં એક દાખલો આપી રહ્યો છે. જાગૃત નાગરિકોના મંતવ્ય મુજબ વલસાડ નગરપાલિકા, વલસાડ જિલ્લા આરોગ્ય વિભાગ સાથે વલસાડ જિલ્લા કલેક્ટર શ્રી એવી રીતે કોરોના જેવી મહામારીમાં અન્ય મદદ પણ કરશે એની રાહ જોઈ રહ્યા છે.



नवसारी जिले में करिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा एक दिव्य नैसर्गिक चिकित्सा शिरोधारा ...! एक बार जरूर पढ़ें और जानें सिर्फ VIP और VVIP के लिए


shirodhara-treatment
करिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा एक दिव्य नैसर्गिक चिकित्सा शिरोधारा
सिर्फ VIP और  VVIP नागरिकों के लिए 

         आज हम सभी किसी न किसी रोग से पीड़ित हैं। और आधुनिक चिकित्सा पद्धति के पास इसका कोई ठोस उपचार नही हैं। एलोपैथी दवाएं किसी भी रोग को जड़ से खत्म करने के बजाय उसे दबाने में ज्यादा कारगर दिखाई देती हैं। उसका मुख्य कारण है कि मानव शरीर की रचना पंच तत्वों से हुई है। और एलोपैथी दवाओं में इन पंचतत्वों का दूरतक कोई सामंजस्य नही है। और इसका उल्लेख सिर्फ प्राचीन आध्यात्मिक ऋषियों के खोज नैसर्गिक उपचार आयुर्वेद के सिवा नही मिलता। आज हम यहाँ ऐसी ही एक चिकित्सा पद्धति जिसे शिरोधारा के नाम से जाना जाता है। उसी पद्धति से आंशिक अवगत कराने की कोशिश करते है। आज आधुनिक वैज्ञानिक भी बड़ी गहन खोज से पाये कि हमारे शरीर की असाध्य बीमारियों में 98% हमारे विचारों का ही मुख्य कारण है। और यह विचार हमारे मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं। और यहीं से हमारे शरीर में सभी बीमारियों की शुरुआत होती है। इसलिए जबतक हम मस्तिष्क को संतुलित न कर पायेगे तब तलक हम किसी भी बीमारी को खत्म नही कर सकते। और मस्तिष्क को संतुलित करने के लिए एक मात्र चिकित्सा पद्धति है जिसे हम शिरोधारा कहते है। आइये इसे समझने की कोशिश करें।


शिरोधारा क्या है ?
शिरोधारा- शिरो का अर्थ है, सिर औत धारा का अर्थ है, प्रवाह। शिरोधरा को आयुर्वेद की सभी चिकित्साओं में सबसे उपयोगी माना गया है। यह एक प्राचीन आरोग्य विधि है जिसे भारत में लगभग 5,000 वर्षों से प्रयोग किया जा रहा है। विश्रांति की अदभुत प्रक्रिया में व्यक्ति के सिर की त्वचा तथा मस्तक पर गुनगुने औषधीय तेल की एक पतली सी धार प्रवाहित की जाती है। शिरोधारा से अत्यंत शांति मिलती है, साथ ही यह आपको यौवन प्रदान करती है और आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सेंट्रल नर्वस सिस्टम) की कार्यप्रणाली को सुधारती है। इसका प्रयोग बहुत सी परिस्थितियों में किया जा सकता है- जैसे कि आँखों के रोग, सायनासाइटिस और स्मृति लोप। यह एक अत्यंत दैवीय चिकित्सा विधि है, जो कि आपके शरीर के अंर्तज्ञान जागृत करने में मदद करती है।


आयुर्वेद के अनुसार, वात एवं पित्त के असंतुलन से पीड़ित व्यक्तियों के लिए शिरोधारा अत्यधिक लाभदायक है। जब वात असंतुलित होता है तो व्यक्ति में भय, असुरक्षा की भावना, चिंता या पलायनवादी विचार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं और जब पित्त असंतुलित होता है तो व्यक्ति में क्रोध, चिड़चिड़ाहट, कुण्ठा और गलत निर्णय लेना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं। शिरोधारा में प्रयोग किए जाने वाले तरल पदार्थ की विधि तथा गुण मनुष्य के शरीर के दोषों को संतुलित करते हैं। शिरोधारा का द्रव व्यक्ति के मस्तिष्क, सिर की त्वचा तथा तंत्रिका तंत्र को आराम तथा पोषण प्रदान करता है तथा दोषों को संतुलित करता है।
तनाव को कम करने में शिरोधारा किस प्रकार से प्रभावशाली (कारगर) रहती है।



शिरोधारा के दौरान, मस्तक पर गिरने वाले तेल की धार से एक निश्चित मात्रा में दवाब एवं कंपन पैदा होता है। अग्र अस्थि में उपस्थित खोखले सायनस से यह कंपन और अधिक तीव्र हो जाता है। इसके पश्चात प्रमस्तिष्क मेरु द्रव (cerebrospinal fluid) के तरल माध्यम से यह कंपन भीतर की ओर संचारित हो जाते हैं। यह कंपन थोड़े से तापमान के साथ थेलेमस तथा प्रमस्तिष्क के अग्रभाग को सक्रिय करता है जिससे सेरोटोनिन तथा केथेकोलामाइन की मात्रा सामान्य स्तर पर आ जाती है और आपको गहन निद्रा आने लगती है।


लंबे समय तक सतत रूप से औषधीय द्रव डालने से पड़ने वाला दवाब मन को शांति प्रदान करता है तथा आपको कुदरती निद्रा का आनंद देता है।
शिरोधारा प्रक्रिया | Shirodhara Procedure
इसके लिए एक ऐसा बर्तन लिया जाता है जिसके तल में छेद हो तथा इस छेद को एक बाती से बंद किया जाता है, इस बर्तन को उस व्यक्ति के मस्तक के ऊपर लटकाया जाता है जो उपचार शैया पर लेटा हुआ हो। औषधीय तेल या औषधीय दूध के रूप में औषधीय द्रव को बर्तन में भरा जाता है, तथा इसके पश्चात इस द्रव को व्यक्ति के मस्तिष्क पर धार के साथ डाला जाता है। रोगी की आँखों में तेल न जाए इसके लिए उसके सिर पर एक बैण्ड या तौलिया बाँध दिया जाता है। यह उपचार एक दिन में लगभग 45 मिनट तक दिया जाता है। इस चिकित्सा से व्यक्ति की तंत्रिकाओं को आराम मिलता है, व्यक्ति की कुण्ठित भावनाएँ बाहर आती हैं, मस्तिष्क शुद्ध होता है, थकान मिटती है, चिंता, अनिद्रा, पुराने सिरदर्द, घबराहट आदि से मुक्ति मिलती है।



उपचार हेतु लक्षण:
(1)किसी दुर्घटना के पश्चात होने वाले तनाव से उत्पन्न गड़बड़ियाँ
(2)अनिद्रा(3)सिरोयसिस(4)उच्च रक्तचाप (5)पुराना सिरदर्द तथा माइग्रेन
(6)स्मृति लोप(7)टिनिटस तथा श्रवण क्षमता की समाप्ति
शिरोधारा के लाभ |:-
तंत्रिका तंत्र को स्थायित्व देता है।
अनिद्रा दूर करता है।
माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द में आराम पहुँचाता है।
मानसिक एकाग्रचित्तता बढ़ाता है।
उच्च रक्त चाप कम करता है।
बालों का झड़ना तथा थकान कम करता है।
तनाव कम करता है।
अधिक जानकारी और चिकित्सा के लिए एक बार अवश्य संपर्क करें:-

करिश्मा आध्यात्मिक आयुर्वेदिक नैसर्गिक उपचार केन्द्र
करिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट
अलकापुरी सोसायटी शिवाजी चौक के पास विजलपोर पूर्व नवसारी गुजरात

DR.R.R.MISHRA +91 9898630756 /9227850786

(0ffice) 02637 280786 /9328014099
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Friday, April 9, 2021

ગુજરાત માહિતી આયોગ દ્વારા માર્ગ અને મકાન સ્ટેટ ને નોટિસ ફટકારી જવાબ માંગી. ! પ્રથમ અપીલની સુનવણી ન કરતા અધિકારીઓ ને દંડ સાથે કાર્યવાહી કરવા માંગ...?




ગુજરાત માહિતી આયોગ દ્વારા માર્ગ અને મકાન સ્ટેટ ને નોટિસ ફટકારી જવાબ માંગી. ! 
પ્રથમ અપીલની સુનવણી ન કરતા અધિકારીઓને દંડ સાથે કાર્યવાહી કરવા  માંગ...?
         આજે ગુજરાત રાજ્યમાં સૌથી મહત્વપૂર્ણ વિભાગ અને સૌથી વધુ સરકારનો ફંડ વપરાશ કરતી કચેરી માર્ગ અને મકાન વિભાગ ભ્રષ્ટાચારમાં ટોપ ટેન કંપની બની છે. મોટા ભાગના અધિકારીઓની ભરતી આરક્ષણ પ્રમોશન બાપુ દર્શન કે નિવૃત્ત અધિકારી હોવાથી મોટા ખાડો પુરવા માટે ભ્રષ્ટાચાર કરવા મજબૂર હોય છે. જેથી કાયદા કાનૂનની એસી કી તૈસી કરવા સિવાય કોઈ વિકલ્પ નથી. સરકારશ્રીના કાયદો સરકાર શ્રીના અધિકારીઓ જ તોડી રહ્યા છે. આજે વિરોધ પક્ષની જરૂર નથી.પરંતુ જમીની હકીકત માં સરકારનો વિકાસ સમૃદ્ધિ ને જુમલો સાબિત કરવા બદનામ કરવા અધિકારીઓ કમર કસી છે.સરકારનો કાયદો મુજબ સંયુક્ત સચિવ સિવાય કચેરી કે વાહનોમાં એરકન્ડીશનની સુવિધા ના અધિકારીઓ પાત્ર નથી.  માર્ગ અને મકાન વિભાગ માં આઉટસોર્સિંગ કે નિવૃત્ત અધિકારીઓ કરાર આધારિત હોવા છતા પણ પોતાની કચેરી માં રાજાશાહી જેવી સુવિધાઓ સાથે એકથી વધુ ગેરકાયદેસર એસી લગાવેલ છે. સરકાર શ્રીના કાયદા મુજબ એના વેતન માં થી વીજ બિલ વસૂલ કરવામાં આવશે. પરંતુ વસૂલ કોણ કરશે.વસૂલ કરનાર અધિકારીઓ પોતે પણ એવી રીતે ભરતી અને એવી જ રીતે ભ્રષ્ટાચાર કરી રહ્યા છે. સરકારના કાયદો મુજબ વર્ગ એકથી ચારના તમામ અધિકારીઓ વધુમાં વધુ ત્રણ વર્ષ જ એક સ્થળે કામ કરી શકશે.એના બદલે સદર કંપની માં ભરતી થયા પછી આજીવન એક જ સ્થળે કામ કરી રહ્યા છે. એવી રીતે માર્ગ અને મકાન સ્ટેટની કચેરી માં ભ્રષ્ટાચાર વિરુદ્ધ આરટીઆઇ સરકારની નવી યોજના મુજબ માહિતી માંગવામાં આવેલ હતી. પરંતુ માર્ગ અને મકાન સ્ટેટ ની વર્તુળ કચેરી સાથે નવસારી સુરત તાપી વલસાડ અને ડાંગ પાંચ જિલ્લામાં એક જ સાથે ભ્રષ્ટાચાર ઉજાગર થયો છે. હવે પ્રથમ અપીલ અધિકારી માહિતી અધિકાર અધિનિયમના કાયદા મુજબ સરકાર શ્રી ના અધિકારી હોવા જોઈએ.અને આઉટસોર્સિંગ નિવૃત્ત કરાર આધારિત પાસે એવો કોઈ સત્તા નથી.કરાર આધારિત આરટીઆઇની અપીલની સુનવણી કરી શકે એવો આરટીઆઇ માં કોઈ કાયદાનો ઉલ્લેખ નથી. જેથી તમામ જિલ્લાઓમાં ભ્રષ્ટાચાર સંબંધિત આરટીઆઇની માહિતી અધિકાર અધિનિયમ ૨૦૦૫ માં ઉપરોક્ત તમામ જિલ્લાઓના જિલ્લાકક્ષા ના અધિકારીઓની હાલત કાયદા વિશે કોરોના કરતા ખરાબ જોવા મળી રહી છે.હવે ગુજરાત રાજ્ય ના ગુજરાત માહિતી આયોગ પ્રથમ અપીલના હુકમ માટે નોટિસ ફટકારી છે. હવે કાયમી ધોરણે ભ્રષ્ટાચાર કરતા અધિકારીઓ શું જવાબ આપવો એ શોધી રહ્યા છે. સદર કંપનીના અધિકારીઓ હવે માહિતીના બદલે ગુન્ડાગર્દી કરવા અરજદારો સાથે અસભ્ય વર્તન કરવો એક માત્ર વિકલ્પ ધારણ કરી છે.જેનો પુરાવા સ્વરૂપે નવસારી જિલ્લામાં માર્ગ અને મકાન સ્ટેટની કચેરી માં જોવા મળે છે. આરટીઆઇની અરજી કરનાર સાથે ગુન્ડાગિર્દી કરવો જાનથી મારવાની ધમકીઓ આપવા માટે કાયદેસર વ્યવસ્થા કરાર આધારિત મુખ્ય અધિકારી એ કરેલ છે. પરંતુ સૂત્રો દ્વારા મળતી માહિતી મુજબ એક અરજદાર એ પર્યાવરણ અને માનવ અધિકાર સંસ્થા માં ફરિયાદ કરી છે. જેથી એવા કૃત્યો સદર કંપનીના અધિકારીઓને સરકારી સેવાલયનો લાભો આપવા ભલામણ થઇ શકે છે. અને જરૂર પડશે ત્યારે એવા તમામ જિલ્લાઓના અધિકારીઓ દ્વારા કરેલ ભ્રષ્ટાચાર  કાયદેસર તપાસ કરાવી કાયદેસર હોય કે ગેરકાયદેસર તમામ સંપત્તિઓ  જપ્ત કરી તપાસ કરાવવા માં આવશે. માર્ગ અને મકાન સ્ટેટની કચેરી વિકાસ અને સમૃદ્ધિ માટે સરકાર ની એક મુખ્ય ભૂમિકા ભજાવનાર કચેરી છે.એવી કચેરીઓમાં આજે કરાર આધારિત કે ક્રિમીનલ કે માનસિક રીતે  અસ્થિર વ્યક્તિને રાખી સરકાર ને બદનામ કરી શકાય નહીં.આજે સદર કંપનીના અધિકારીઓને સમજવો જરૂરી છે કે એ સંબૈધાનિક રીતે સરકારી કચેરી છે.એ કોઈ ખાનગી કંપની નથી. જે કરાર આધારિત કે ક્રિમીનલ રેકોર્ડ ને પોષણ કરવા બાધ્ય છે.જેથી હવે દરેકે દરેક ને કોરોના જેવી મહામારી માં સરકાર એક ભયંકર આર્થિક તંગી થી પસાર થઇ રહ્યો છે. અને આવનાર સમયમાં હજુ તંગી અને બીમારી વધી રહી છે.જેથી સરકાર ને બદનામ કરવા કે ગુન્ડાગીરી કરી સરકાર નો સેવાભાવી સંસ્થા સેવાલયોનો લાભ લેવો હિતાવહ નથી. સરકાર અને કોરોના જેવી મહામારી માં મદદરૂપ થવાની જરૂર છે.






Tuesday, April 6, 2021

विधि का विधान आइये देखते हैं क्या कहता है ?




*🟣 विधि का विधान 🟣*

*भगवान श्री राम जी का विवाह और राज्याभिषेक दोनों शुऋभ मुहूर्त देख कर ही किया गया था, फिर भी ना वैवाहिक जीवन सफल हुआ और ना ही राज्याभिषेक।*

*और जब मुनि वशिष्ठ से*
*इसका जवाब मांगा गया तो*
*उन्होंने साफ कह दिया-*

*सुनहु भरत भावी प्रबल*
*बिलखि कहेहूं मुनिनाथ*
*लाभ-हानि जीवन-मरण*
*यश - अपयश विधि हाथ*

*👉🏿अर्थात:-*
*जो विधि ने निर्धारित किया है।*
*वही होकर रहेगा।*

*ना भगवान श्री राम जी के*
*जीवन को बदला जा सका और*
*ना ही भगवान श्री कृष्ण जी के।*

*ना ही भगवान शिव, सती की मृत्यु*
*को टाल सके, जबकि महामृत्युंजय*
*मंत्र उन्हीं का आह्वान करता है।*
*ना श्री गुरु अर्जुन देव जी, ना श्री गुरु तेग बहादुर जी और ना ही दश्मेश पिता श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी अपने साथ होने वाले विधि के विधान को टाल सके, जबकि आप सब समर्थ थे।*




*रामकृष्ण परमहंस जी भी*
*अपने कैंसर को ना टाल सके।*

*ना रावण अपने जीवन को बदल*
*पाया और ना ही कंस, जबकि दोनों*
*के पास समस्त शक्तियां थीं।*

*मानव अपने जन्म के साथ ही जीवन, मरण, यश, अपयश, लाभ, हानि, स्वास्थ्य, बीमारी, देह, रंग, परिवार, समाज, देश और स्थान सब पहले से ही निर्धारित करके आता है।*

*इसलिए सरल रहें, सहज रहें, मन कर्म और वचन से सद्कर्म में लीन रहें। मुहूर्त ना जन्म लेने का है और ना ही मरने का, फिर शेष सब अर्थहीन है।
      🕉💐 💐🕉






Sunday, April 4, 2021

नवसारी जिला पंचायत में जलालपोर तालुका पंचायत सूचना का अधिकार लकवाग्रस्त ....! गैरकायदेसर एरकंडीशन का लाखो रूपये का बिजली बिल की अधिकारियों के वेतन से काटने की जवाबदारी किसकी ...?




नवसारी जिला पंचायत में जलालपोर तालुका पंचायत सूचना का अधिकार लकवाग्रस्त ....!

गैरकायदेसर एरकंडीशन का लाखो रूपये का बिजली बिल की अधिकारियों के वेतन से काटने की जवाबदारी किसकी ...?       

           गुजरात की ऐतिहासिक और संस्कारी नगरी नवसारी जिले में जिला पंचायत के सुपर स्टार अधिकारियो की कायदेसर सरकार के सभी कायदा कानून के पालन करवाने की जवाबदेही है । परंतु जमीनी हकीकत में आज सबसे पहलेे यहां  अधिकारी खुद ही कायदे का उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं। नवसारी जिला पंचायत में सरकार के हुकम के मुताबिक जिसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया है। कि वर्ग एक से चार तक के सभी कर्मचारी और अधिकारियो को तीन से पांच वर्ष में बदली कर दिया जाये। जिस कायदे की जमीनी हकीकत जानने के लिये नवसारी जिला पंचायत में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 जिसे सिर्फ और सिर्फ जन हित और भ्रष्टाचार से संबधित सूचनाए अधिकारियों के द्वारा आम नागरिको को प्रदान करने के लिये बनाया गया है। आज इस नियम की वजह से देश में कई भ्रष्टाचार उजागर हुए हैं  । पूर्व प्रधान मंत्री श्री मनमोहन सिंह ने अपने एक वकतव्य में कहा कि आरटीआई से भ्रष्टाचार कम हुुआ है। और इसी क्रम में देश के योगी पुरूष और दुनिया के लोक प्रिय सर्वोच्च भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आरटीआई का मतलब सवाल पूछने का अधिकार । देश के जानी मानी हस्तियो और विद्वानो ने सुप्रिम कोर्ट तक इस नियम को सर्वश्रेष्ठ नियमो की सूची में डाल चुके हैं। शासन में भी इसे लाने की प्रकृया भी गतिमान है। परंतु मिली सूचना के अनुसार अभी तक यह कानून नवसारी जिले के जिला पंचायत मेंं कायदेसर  लागू नहीं किया गया। और कई कर्मचारी यहां पांच साल से अधिक समय से कार्यरत हैं। और इसकी जवाबदारी किसकी है ?  अभी तक कोई कार्रवाई करने में कोई दिलचस्पी नहीं बताई है।

जलालपोर तालुका पंचायत में तारीख 16/02/2021 को जन हित संबंधित सूचानये मांगी गयी । और नवनियुक्त जांबाज तालुका विकास अधिकारी जिसे सरकारने विकास और समृद्धि के लिये शायद सोचकर रखा होगा। परंतु अभी तक 63 दिनो के पश्चात भी सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 में जिसमे 30 दिनो के भीतर सूचाये देने का कायदेसर प्रावधान है। अभी तक कोई जवाब देना  उचित नही समझ रहे हैं। और आज तक जब भी उनके कार्यालय से कोई भी सूचनाये मागी गई है सूत्रो के हवाले से मिल रही खबरो के अनुसार सूचनाये देना शायद गुनाह समझते हैं। अथवा उन्हें जबरन बिना किसी तालीम के यह महत्वपूर्ण पद दें दिया गया है। और देखने वाली दिलचस्प बात यह है कि इनके उपरी अधिकारी भी कायदेसर कोई कार्यवाही करने में असमर्थ है अथवा अन्य...! आज समझना मुश्किल हो चुका है। अभी तक जलालपोर तालुका विकास अधिकारी श्री न ही अपने कार्यालय से एरकंडीशन निकाल पाये हैं न ही उनको मिलने वाले वेतन से सरकार के नियमों के मुताबिक बिजली का बिल काटने का कोई प्रावधान किया गया है। गुजरात जैसे समृद्ध विकसित राज्य जिसे सरकार रोल मोंडल बनाकर पूरे देश में प्रचार-प्रसार कर रही है। गुजरात के विकास कमिश्नर श्री के कार्यालय से एक आरटीआई से मिली सूचना में पता चला है कि नवसारी जिला पंचायत से अभी तक कोई कार्रवाई और सूचना एयरकंडीशन निकालने की नहीं प्राप्त हुई है। आधुनिक वैज्ञानिक मतों के अनुसार कोरोना जैसी महामारी में कचेहरियों में एयरकंडीशन आग में पेट्रोल डालने जैसा काम करती है। और इसी तर्ज पर जिला पंचायत के अपील अधिकारी/ नायब जिला विकास अधिकारी श्री गेरकायदेसर एरकंडीशन को निकालने में अपने कार्यालय के साथ अपने अधिकारियों के कचेहरी जैसे तालुका विकास अधिकारियों एवम तलाटीओ लेखपाल आदि से निकाल पाने में सक्षम नहीं पाये गये। अब ऐसे अधिकारियों जिनके पास सक्षमता अथवा अपने फ़र्ज़ के मुताबिक काम ही न कर पाते हों। कायदे का खुद ही उलंघन कर रहे हो । ऐसे अधिकारियों से सरकार विकास की आशा रखना शायद गुजरात का दुर्भाग्य है। 

     आज गुजरात ही नहीं अपितु पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से त्राहिमाम और एक विशाल आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। और जब सरकार के नियमों का पालन उन्हीं के अधिकारी नहीं कर रहे हैं। फिर एक विशालकाय जनता के समूह के पास आशा रखना शायद चांद से तारे तोड़ने जैसा साबित होगा। नवसारी जिले के जिला पंचायत के सदर अधिकारी श्री के पास तीन पन्ने की ओडिट रिपोर्ट मांगी गई उसके बदले जलालपोर के नवनियुक्त तालुका विकास अधिकारी श्री 73 पन्ने भेज दिया। जिससे साफ जाहिर होता है कि जलालपोर जो नवसारी जिले का सबसे बड़ा तालुका है विकास भी कुछ इसी तरह से हुआ होगा। फिलहाल ऐसी सभी सवालों का जवाब अब कौन दे सकता है। यह एक रहस्य बनता जा रहा है। 

     नवसारी जिले में अभी तक लगभग सभी कचेरियों में आज सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 को दूसरे दशक में प्रवेश होने के बावजूद  कायदेसर लागु नही हो पाया। करीबन दो वर्ष पहले गुजरात के माहिती आयोग कमिश्नर श्री आर.आर.वरसाणी श्री नवसारी जिले के कलेक्टर श्री को सिर्फ सूचना का अधिकार अधिनियम की धारा ४ ख में अमलीकरण न होने पर पक्षकार बनाकर फटकार लगाते हुए  एक आदेश किया था कि जिले की सभी कचेरियो में इसे पद्धतिसर एक महीने में व्यवस्थित ढंग से लागु करवाया जाय । और इसी अपील की सुनवाई में नाराजगी व्यक्त करते हुए  स्पष्ट सूचना देते हुए कहा था कि अपील अधिकारी सिर्फ अपील अधिकारी ही नहि अपितु ओथोरिटी सुपरविजन अधिकारी भी हैं। नवसारी जिले के जिला पंचायत में आज पहली बार सभी अधिकारी शैक्षणिक लायकात और अनुभवी है । जिसे सरकारश्रीने विकास के लिये सोचकर भरती किया होगा । परंतु आज सब उलटा कार्य करते नजर आ रहे हैं। एयरकंडीशन सरकारी वाहनों और कार्यालय से तत्काल निकालने वाले कायदे के बारे में एक सूचना नवसारी जिला पंचायत के कार्यालय से मांगी गयी। जिसमे नवसारी जिले के जिला पंचायत के वर्ग एक के अधिकारियो ने ही अभी तक सरकार के कायदे कानून को मानने से जब इंकार कर दिया तब वर्ग दो और तीन क्यों मानें ? आज यह समझना मुश्किल हो चूका है कि सरकार ने इन्हें नौकरी दी है। कि ए नौकरशाह सरकार के मालिक हैं। फिलहाल मिल रही जानकारी के अनुसार जलालपोर तालुका विकास अधिकारी और अपील अधिकारी को कायदे की अनदेखी और गुमराह करने के लिए सरकार के हुक्म का पालन की अवहेलना फ़र्ज़ में बेदरकारी की शिकायत गुजरात सरकार के साथ राज्यपाल को तत्काल प्रभाव से अपने अधिकारों के साथ हस्तक्षेप करने की मांग मानव अधिकार संस्था के द्वारा की जाने की खबरें चर्चित है। अब देखना दिलचस्प होगा कि सिर्फ डिग्री के आधार पर नियुक्त नवसारी जिला पंचायत के सर्वोच्च अधिकारीगण इस समाचार की गंभीरता से लेते है अथवा .......? 

Thursday, April 1, 2021

लोक रक्षक प्रेस :- नवसारी जिले में सूचना का अधिकार लकवाग्रस्त के साथ सेवा का अधिकार अधिनियम 2013 अदृश्य

लोक रक्षक प्रेस :- नवसारी जिले में सूचना का अधिकार लकवाग्रस्त के साथ सेवा का अधिकार अधिनियम 2013 अदृश्य 
 
गुजरात राज्य की ऐतिहासिक संस्कारी नगरी नवसारी जिले में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 आज 15 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद पालन करना अधिकारियों के लिये लोहे के चने चबाने बराबर सिद्ध हो गया है। अभी तक जिले के सभी विभाग सरकार के वार

નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકાની કામગીરી કાબીલે તારીફ કે...? ગેરકાયદેસર એસી અને ચોખ્ખું પાણી માં ફાંફાં..!




નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકાની કામગીરી કાબીલે તારીફ કે...? 
ગેરકાયદેસર એસી અને ચોખ્ખું પાણી માં ફાંફાં..!
ગટર બે માસથી ભરાઈ...!
 સાફ કરવા માટે સમય કે શૈક્ષણિક લાયકાત ધરાવતા અધિકારી કે જવાબદાર અધિકારી નથી ..!


          નવસારી જિલ્લામાં પહેલીવાર સૌથી મહત્વપૂર્ણ સર્વસંમતિ ની સરકાર આમ નાગરિકો દ્વારા  આપવામાં આવેલી છે. આમ નાગરિકો ની દરેક આશા પુરી થશે એવી શુભ આશય થી નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં બધી જ સીટો એક જ પક્ષને આપવામાં આવેલ છે. ફક્ત એક જ મહિલા ઉમેદવાર અન્ય ને ભૂલથી કે સંજોગવશાત મણી છે. જેને પહેલી સામાન્ય સભામાં ચેયર ની સુવિધા ઉપલબ્ધ મુશ્કેલ થી આપવામાં આવી હતી. આજે નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં માં આમનાગરિકો ને પ્રાથમિક સુવિધાઓ ઉપલબ્ધ નથી. અને નવી ચુંટાયેલા પ્રતિનિધિઓ ની કામગીરી આને લાયકાત ખરેખર કાબિલે તારીફ છે. નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં ઠેર ઠેર ગંદકીના સામ્રાજ્ય જોવા મળે છે.પીવા લાયક ચોખ્ખું પાણી નથી.જે દારૂ શરાબના અડ્ડોની જેમ ગેરકાયદેસર બોરીગ કરી દરે દરે પીવાના પાણીનો વેચાણ થી સ્પષ્ટ જણાય આવે છે કે નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં આપવામાં આવતો પાણી પીવા લાયક નથી એમાં કોઈ શક નથી. ઠેર ઠેર ગટરો ભરાઈ રહી છે. આને વાયુ પ્રદુષણ માં નવસારી પહેલા ક્રમે છે. રસ્તાઓ મોટા ભાગે એક ફુટ ઉંચા બનાવવામાં આવેલ છે.અને વરસાદી પાણી નો નિકાલ ફક્ત રોડ જ છે એ હવે ઉંચો છે. જેથી મોટા ભાગના વિસ્તારોમાં મકાનો અને દુકાનો માં પાણી ભરાશે જે ખરેખર જોખમી સાબિત થઈ શકે છે. 
    નવસારી જિલ્લામાં આજે ફરીથી કોરોના ના સંક્રમણ વધુ પ્રમાણમાં જોવા મળી રહ્યો છે. એનો કારણ પ્રાથમિક સુવિધાઓ માં બેદરકારી છે. 
       નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં એક તરફ આમ નાગરિકો માટે પ્રાથમિક સુવિધાઓ ઉપલબ્ધ નથી.પરંતુ નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકાના અધિકારીઓ અને નેતાઓ ને કશું ફરક પડતો નથી. ગુજરાત સરકાર કરકસર માટે કેટલાક હુકમો પરિપત્રો બહાર પાડી રહી છે. જમીનની હકીકત માં એના જ નેતાઓ અને અધિકારીઓ સરકાર ને બદનામ કરવા કમર કસી છે.સરકારના કાયદો મુજબ સંયુક્ત સચિવ અથવા એના સમકક્ષ સિવાય એરકન્ડીશન ની સુવિધા માટે એક પણ અધિકારી પાત્ર નથી. અને નેતાઓ સેવક છે.સેવાભાવી હોય અને સુવિધાઓ ભોગવવા માટે ચુંટાયેલા નથી. પરંતુ આજે નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં ગેરકાયદેસર એરકન્ડીશન વાહનો સારા માં સારુ સુવિધાઓ સામે નાગરિકો માટે કશું નથી. 
        અતિ આધુનિક વૈજ્ઞાનિકો ના મંતવ્ય મુજબ   એરકન્ડીશન મહામારી માં આગ માં પેટ્રોલ જેવો કામ કરે છે. એરકન્ડીશન માં કોરોના ના સંક્રમણ આસાની થી ફેલાય છે. પરંતુ નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં કાયદા કાનૂનની અમલવારી ગુનો સમજવા માં આવે છે.સરકાર ગમે એ મેહનત કરે નવી નવી યોજનાઓ કાયદો ઘડે કે કરોડો રૂપિયાના ફંડ આપે નવસારી વિજલપોર નગરપાલિકામાં ભ્રષ્ટાચાર કોઈ પણ સંજોગોમાં બંધ થઈ શકે નહીં. હવે આ સમાચાર વાંચીને પોતાને બાહુબલી માનતા નેતાઓ અને સિંઘમ તરીકે ઓળખાતા અધિકારીઓ  કાયદા કાનૂનની કિતાબો ઉપર નજર રાખી કામો કરશે કે ગુજરાત ના મુખ્ય મંત્રી શ્રી પહેલા જ જણાવ્યું છે કે કોન્ટ્રાક્ટરી ન કરી અને કાયદેસર કામ કરો અન્યથા સસ્પેન્ડ કરતાં વાર નહીં લાગશે. મોદી સરકારની મહત્વપૂર્ણ મિશન  ભ્રષ્ટાચાર વિરુદ્ધ ભારત માં નામ નોંધાવી સરકારી સેવાલયનો લાભો આપવા સરકારને મજબૂર કરશે. એ જોવાનું  બાકી રહ્યું....

नवसारी जिले में दक्षिण गुजरात वीज कंपनी लिमिटेड का पर्दाफाश -RTI

नवसारी जिले में दक्षिण गुजरात वीज कंपनी लिमिटेड का पर्दाफाश -RTI नवसारी जिले में DGVCL कंपनी के लगभग सभी सूचना अधिकारियों ने सूचना अधिकार का...