नवसारी जिले में ICDS कंपनी की एक बहुमूल्य सरकारी इमारत मात्र 10 वर्ष में लकवा ग्रस्त की तस्वीर जिसमें बोर्ड आज भी शानदार
ICDS कंपनी गणदेवी की के सारे कार्यालयों में CC- TV नदारद
ICDS कंपनी में 99.90% आंगनवाड़ी से लेकर जिले की मुख्य अधिकारी एवम् जिला विकास अधिकारी तक महिलाएं अग्रसर फिर भी सभी स्थानों पर सीसी टीवी अनिवार्य होने के बावजूद सीसी टीवी न होना सरकार की महिला सशक्तिकरण योजना के सामने
सवालिया निशान..?
ICDS कार्यालय गणदेवी में RTI, RCPS, ESIC जैसे कानून की
NO ENTRY
भ्रष्टाचार का एक मुख्य कारण 21वी सदी आधुनिक वैज्ञानिक युग में 18 वी सदी का कानून
गुजरात राज्य की ऐतिहासिक संस्कारी नगरी नवसारी जिला जिले के रूप में बनकर तीसरे दशक में प्रवेश हो चुका है। हालांकि तालुका से लेकर केन्द्र सरकार तक विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का आज एक क्षत्र राज है। परंतु नवसारी जिला भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा विभाग जैसे भारतीय रेल, भारतीय पोस्ट, भारतीय डाकतार विभाग वगैर में अभी तक नवसारी जिला हो पाना जागृति नागरिकों की मानें तो अभी भी नहीं है। क्यों कि एक नवसारी से नवसारी का रजिस्टर पोस्ट भी 21वी सदी के डिजिटल युग में वलसाड़ जाने के बाद ही वापस नवसारी डिलीवरी दिया जाता है। जहां जहां कार्यालय के सामने भारतीय शब्द हो वहां नवसारी आज भी जिले के रूप में नहीं है । उसी प्रकार 61 वर्षों के बाद भी गुजरात राज्य में अधिकतर नियम मुंबई के नाम पर चलाये जा रहे हैं। और भारत देश की मानें तो आज भी हम अंग्रेज़ो के बनाये लगभग अधिकतर नियमों के मुताबिक ही काम करते हैं । आज एक महामारी से दूसरे के भरोसे, दूसरे के नियम कानून को मानने वाले सबसे देश अधिक तंगी में देखे जा रहे हैं।
नवसारी जिले में लगभग 2010-2011 वर्ष में एक शक्तिशाली मजबूत दमदार विश्वसनीय भवन सरकार के सबसे अनुभवी मजबूत शिक्षित अधिकारियों द्वारा गणदेवी तालुके में ICDS सेनीटेशन भवन के रूप में बनाया है। और गुजरात राज्य के संबंधित अग्रणी राज नेताओं के उपस्थित में (राजनेता हालांकि लिखना मजबूरी है) मकान से अधिक शिलान्यास में खर्च कर किया गया । विशाल भवन निर्माताओं और मजबूत इरादों वाले जांबाज देशभक्त अधिकारियों की देखरेख में ईंट पत्थरों एवम सदियों तक चलने वाले सीमेंट से बना यह मजबूत मकान हालांकि अभी शेरों की भांति अभी भी उसी स्थान पर डट कर खड़ा हुआ है । परंतु इतने मजबूत अनुभवी इरादों से बना भवन खाली क्यों किया गया । अभी तक इस रहस्य को जानने के लिए अधिकारियों द्वारा पता नहीं चल पाया है। उसके लिए सूचना अधिकार अधिनियम २००५ द्वारा सूचना मांगी गई है।
नवसारी जिले में आज अधिकारियों की हालत कुछ राजनीतिक दलों के नेताओं जैसी हो चुकी है। जिसकी वजह से आज सर्वोच्च अधिकारी भी कायदे-कानून से काम करने के बजाय नेतागीरी करने में विश्वास करते हैं। और अधिकतर नेताओं की रहनुमाई से नियुक्ति होने की वजह से अपने काम से ज्यादा नेताओं का चक्कर कुछ इस तरह लगाते हैं जैसे किसी भव्य मंदिर का।
नवसारी जिले में आज वर्षों से ICDS कंपनी में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। और इसकी जांच कई वर्षों से गुजरात राज्य की सतर्कता आयोग कमिश्नर श्री द्वारा की जा रही है। हालांकि गुजरात राज्य सतर्कता आयोग कमिश्नर श्री कार्यालय इस पर कमिटी बनाई गई है। परंतु जमीनी हकीकत में अभी तक यह जांच सिर्फ फाइलों से बाहर जमीन पर नहीं उतर पाई है। ICDS कंपनी में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है। इसके कई सबूत मिले हैं। जिसमें एक नया अध्याय इसके भवन निर्माण में एक और जुड़ा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आज नायक की भुमिका में दर रोज चल रही खबरो के अनुसार यह राज नेता गरीबो मजदूरो आदिवासियो दलितो आर्थिक पछात जैसे वर्ग के लिये जमीनी हकीकत में सिर्फ और सिर्फ प्राथमिक सुविधायें भी मुहैया करवा पाते हैं कि सिर्फ फोटोग्राफी तक सीमित रहेंगे ।
No comments:
Post a Comment