Monday, April 27, 2020

पोलिस भी इंसान हैं ! कोरोना से सुरक्षा विभाग भी सुरक्षित नही..? MS में दो पोलिस जवानों की करुण मौत..! HUMAN RIGHTS

आज संपूर्ण भारत कोरोना से संक्रमित हो चुका है। सरकार शोसियल डिस्टेंस के मद्देनजर नई नई  घोषणाएं कर रही है।परंतु सबसे अधिक रात दिन २४ घंटे कार्यरत पोलिस आज इस महामारी से अछूती नही हैं। आज सेना के जवान से लेकर होमगार्ड तक इस महामारी ने सभी को दबोच चुकी है। सरकार कोई भी नियम कानून को अमल करने की अथवा करवाने की जवाबदेही सुरक्षा विभाग में नही समझती। महाराष्ट्र में अभी तक 46 जवान पुलिस विभाग के कोरोना के पोजीटिव पाये गये।और दो पोलिस कर्मी अपनी जान गवा चुके हैं। समस्त जातियों की सुरक्षा प्रदान करने वाले सुरक्षा विभाग के पोलिस कर्मियों को सरकार शायद इंसान ही नहीं समझती। खासकर गुजरात में सरकार पोलिस विभाग के होमगार्ड से लेकर सर्वोच्च अधिकारियों को अभी तक कोई खास सुरक्षित युनिफोर्म किट के अन्य साधन अभी तक उपलब्ध नहीं करवा पायी। द्विचक्रीय वाहनो में एक की जगह दो। और फोर विलर में कभी कभी गिनती करना मुश्किल हो जाता है। जानकारो की माने तो इन्हें मानवाधिकार का भी कोई कानून नही लगता। भारत के सिवा भारत जैसे विकसित देशो में सुरक्षा विभाग में सभी कर्मचारियों से लेकर सर्वश्रेष्ठ अधिकारियों तक सुपर क्लास वन की सुविधाएं दी जाती हैं। और यहां
कई कई दिनो तक इनके पास एक साथ लगातार बिना किसी इमरजेंसी के काम करवाया जाने की प्रथा वर्षों से चल रही है। यह कब तक जारी रहेगा इसका जवाब भी चांद से तारे लाने जैसा है। सरकारें बदल जाती हैं। दिन बदल जाता है। महीने और मौसम बदल जाता है। वर्ष के साथ शक संवत बदल जाते हैं। परंतु यह पोलिस विभाग को भी इंसान हैं। ऐसी समझ अभी तक नही बदली। हालत बद से बदतर होती जा रही है। अब महिलाओं से भी २४ घंटे काम यह विभाग ले रहा है। विद्वानों के मतानुसार यह सिर्फ बेरोजगारी मंहगाई से उत्पन्न गरीबी की पीड़ा के सिवा और कुछ नही है। आज गांधी के गुजरात में दारूबंदी अर्धसेंचूरी मना चुकी है। इसके पीछें का रहस्य भी कुछ इसी तरह से है। और इस समाचार को गंभीरतापूर्वक सरकार को लेना चाहिए। परंतु चल रही खबरो के अनुसार यहाँ समाचारों की गंभीरता से ज्यादा ऐसे विचार व्यक्त करना अथवा समाचारों के संपादको को अति गंभीरता से लिया जाता है। अब देखना होगा कि सरकार अपने ही बनाये कानून की अमलीकरण करने की प्राथमिकता देती है। और पोलिस का हर जवान सबसे पहले वह भी एक इंसान है। और वह सभी समस्याओं का समाधान भी । सरकार की यह प्राथमिकता में होना चाहिए। सभी सुविधाएं मुहैया करवायेगी अथवाऐसे सत्य को सत्यापन करने वाले लेखकों की...

No comments:

नवसारी जिले में दक्षिण गुजरात वीज कंपनी लिमिटेड का पर्दाफाश -RTI

नवसारी जिले में दक्षिण गुजरात वीज कंपनी लिमिटेड का पर्दाफाश -RTI नवसारी जिले में DGVCL कंपनी के लगभग सभी सूचना अधिकारियों ने सूचना अधिकार का...