नवसारी नायब जिला विकास अधिकारी की भ्रष्टाचार संबधित तीन-तीन नोटिस लेखपालों / तालुका विकास अधिकारियों पर बेअसर ..?
नवसारी जिले में नवसारी शहेरी विकास सत्ता मंडण की रचना 9 दिसंबर 2015 को हुई। सरकारी नियमानुसार इस कचेरी के हद में किसी भी तलाटी को भवन निर्माण को किसी भी प्रकार से परमीशन की सत्ता नही है। परंतु यह सिर्फ आज कायदा-कानून सिर्फ शराब दारू के अड्डे की तरह सिर्फ फाईलो में ही अपनी अंतिम श्वास ले रहा है। आज भ्रष्टाचार का अधिकार सभी कार्यालयो में जमकर सभी अपने अपने सत्ता के हिसाब से ले रहे हैं। नवसारी शहेरी विकास सत्ता मंडण की रचना ही नही उसे व्यवस्थित संचालन की जवाबदारी के लिये गुजरात सरकारने नवसारी जिले के सर्वश्रेष्ठ अधिकारीयों को दिया है । परंतु जमीनी हकीकत सूचना के अधिकार से कुछ अलग ही बयां कर रही है । और यहां इस हद तक भ्रष्टाचार हो रहा है कि नवसारी जिले के नायब जिला विकास अधिकारी श्रीने अपनी सत्ता और कुदरती न्याय के सिद्धांत के अनुसार नवसारी और जलालपुर तालुका विकास अधिकारीयों को एक के बजाय तीन तीन नोटिस दे चुके हैं । परंतु तालुका विकास अधिकारी गण हैं कि अपने ही जिले के उच्च अधिकारी की सभी नोटिसो का अभी तक कोई जवाब देना उचित ही नही गुनाह समझते हैं। और नवसारी जिले में जिला पंचायत के अधिकारियों को भ्रष्टाचार हो कायदे कानून के अनुसार काम करना शायद भूल चुके हैं। और हालत बद से बदतर होती जा रही है। सरकार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय भ्रष्ट अधिकारियों को बाहर करने के बजाय उनको परमोशन देती है अथवा ट्रांसफर करती है। जिससे आज शासन हो या प्रशासन दिल खोलकर भ्रष्टाचार करते हैं। नवसारी जिले में आज सभी तालुका विकास अधिकारियो को जिला आयोजन अधिकारी श्री भी तीन तीन नोटिस के साथ डीओ लेटर तक दे चुके हैं। परंतु किसी भी तालुका विकास अधिकारी ने कायदेसर जवाब नही दिया। जिसे आज जानकारो की माने तो यह दुर्भाग्यपूर्ण ही नही शरमजनक भी है । इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है । और इतना ही नही नवसारी जिला विकास अधिकारी के किसी भी हुकम को कोई भी तालुका विकास अधिकारी हो या अन्य कोई मानने को तैयार नही है । और रूबरू मुलाकात में नवसारी जिला विकास अधिकारी /नायब जिला विकास अधिकारी कायदेसर कार्यवाही करने के बजाय लाचार दिखे। सवाल यह उठना अब लाजमी होगा कि इनके पद में विकास किस आधार पर जोडा गया है। और नवसारी जिला विकास अधिकारी के अंतरगत जिला आरोग्य विभाग की हालत हो या सिंचाई विभाग की नवसारी जिले के लगभग सभी तालुका विकास अधिकारी हो या बांधकाम विभाग। आज भ्रष्टाचार सावित होने के बावजूद भी किसी भी हुकम को मानने को तैयार नही। इन सभी समस्याओं का परिणाम सीधा सरकार को भुगतना पड़ रहा है। सरकार बदनाम हो रही है।गुजरात के विकास कमिश्नर के पास जवाब मागने की कवायत चल रही है। जिसके ऊपर आज सबकी नजरे गड़ी हैं।
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