मार्ग और मकान(स्टेट) का पर्दाफाश , नवसारी सूरत स्टेट हाइवे में गड्ढों के जवाबदार अधिकारियों को स्वैच्छिक राजीनामा अनिवार्य...!
एक देश एक कानून , समान काम समान वेतन, समान अधिकार ,समान कानून समान दंड
आज भारत देश पहले से की गुना अधिक विकास कर चुका है। सभी नागरिकों की सुरक्षा स्वास्थ्य शिक्षा व्यवस्था में आज एक ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है। इसमें सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास से आज थोड़ा अलग से भी देखने की जरूरत है। सरकार सभी के साथ सबसे पहले स्वयं ठीक इसी तरह की व्यवस्था भी संबैधानिक बनाई है। जिसकी वजह से आज यह संभव हुआ है। परंतु जमीनी हकीकत में आज कुछ सरकारी अधिकारियों की गलत सोच विचार के कारण आज भ्रष्टाचार चरम सीमा पर तैनात हो चुका है। जिसमें विकास की एक मुख्य कारण सभी स्थानों पर रोड का है। मार्ग और मकान राज्य सरकार के कार्यालय द्वारा सबसे मंहगे और मजबूत बनाये जाते हैं। परंतु यहां सिर्फ मंहगे जरुर है। परंतु मजबूत नहीं। उसका मुख्य कारण उसमें मात्र भ्रष्टाचार है। जिसकी यहां कुछ तस्वीरें बयां कर रही है। और नवसारी से सूरत स्टेट हाइवे पर इसे रुबरु देखा जा सकता है। और सबसे महत्वपूर्ण इस विभाग की परंपरा यह है कि यहां लगभग सर्वोच्च अधिकारी अपने आप को चंद उपरी भ्रष्ट असामाजिक तत्वों का पहचान से अपने आप को मालिक समझ चुके हैं। मार्ग और मकान कार्यालय में ज्यादातर अधिकारी गुजराती भाषा से नफ़रत करते आज भी प्रदर्शन करने है। हालांकि इनमें से अधिकतर रिजर्वरेशन की बख्सीस से नियुक्त होने के कारण इनका दूर दूर तक किसी और भाषा से कोई लेना-देना तक नहीं है। सुरक्षा विभाग में जवाबदार अधिकारी भले उस बारदात में प्रत्यक्ष हो या परोक्ष उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। देश में सभी हर जगह समान कानून के लिए लोग लड़ रहे हैं। समान वेतन चाहिए। समान अधिकार प्राप्त होना चाहिए।
फिर मार्ग और मकान में मिलने वाला वेतन राजाशाही बिन जरुरी सुविधाएं
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