नवसारी विजलपोर नगरपालिका में भ्रष्टाचार बना शिष्टाचार ..!
प्रादेशिक कमिश्नर के साथ कायदे-कानून की जमकर उड़ाई धज्जियां ..!
अवैध बिल्डिंगो को सरकार के नियमो के मुताबिक नोटिस न देने कार्यालय में गैरकायदेसर एरकंडीशन न निकालने पर होगी FIR
नवसारी विजलपोर नगरपालिका में आज अवैध बिल्डिंगों की भरमार देखी जा रही है।और सरकार के सभी संबंधित अधिकारी आज मौन व्रत में उपस्थित है। नवसारी विजलपोर नगरपालिका के चीफ ओफीसर श्री आकारणी धड़ल्ले से किये जा रहे हैं। सूचना अधिकार अधिनियम २००५ में मिली सूचना में गांधीनगर के मुख्य अधिकारी के कार्यालय से उन्होंने नगरपालिका अधिनियम १९६३ के एक नियम जिसमें नगरपालिका के स्वभंडोण में फायदे को बता कर वेरा लेना चाहिए।और साथ ही साथ यह भी स्पष्ट रूप से अपने हलफनामे में लिखा है कि आकारणी करने से यह लीगल कायदे सर नहीं माना जायेगा। और आज इस मामले को लगभग वर्ष हो रहा है। इसी नियमावली की मानें तो तथाकथित बिन अधिकृत अवैध निर्माण में शरतभंग हुआ है यह खुद ही खुलासा करने के बाद एक नोटिस जारी नहीं कर पाना अपने आप भ्रष्टाचार की तरफ इंगित करता है। और यदि ऐसा नहीं किया गया फिर उसे खरीदने वाले आम नागरिकों का भविष्य संकट से परिपूर्ण हो रहा है। सरकार को चंद फायदे बताते चीफ ओफीसर श्री विद्वानों की मानें तो एक षड्यंत्र करने में सक्षम हो चुके हैं। और अब सरकार के नियमो के मुताबिक विकास में बाधा नियमो का उल्लंघन करने पर अपने कार्यालय में गेरकायदेसर एरकंडीशन लगवा कर सरकार की तिजोरी में चुना लगाने पर FIR किया जायेगा । जिसमे संबधित समस्त अधिकारीओ को सामिल करने की सूचना लोक चर्चित है।
प्रादेशिक कमिश्नर नगरपालिकाओ वहीवटदार के साथे नवसारी नगरपालिका एक दूसरे को नोटिस देकर आज ४०२ दिन तक कोई कार्यवाही नही
विजलपोर नगरपालिका से मिलने वाली सभी सुविधाओ को निरस्त किया
नगरपालिका के चंद असमाजिक तत्वो से मिलकर ये घटिहा खेल खेला
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