Saturday, August 31, 2019

विजलपोर नगरपालिका में करोड़ों रूपये खर्च फिर भी पीने का पानी के लिए तरसते मासूम नागरिक...? नवसारी जिले में विजलपोर नगरपालिका में विकास विकास विकास......?

नवसारी जिले के विजलपोर नगरपालिका में लगभग सौ करोड़ रूपये लकवा ग्रस्त ...? 

विजलपोर नगरपालिका में करोड़ों रूपये खर्च फिर भी पीने का पानी के लिए तरसते मासूम नागरिक

 दर्जनों नामी अनामी इंजीनियरो  वेतन के साथ कार्यरत दिशा निर्देशन के वगर बेकार ..?

         आज नवसारी जिले के विजलपोर नगरपालिका में वर्षो से करीबन सौ करोड़ खर्च करने के लिए गुजरात सरकार दिये हैं। और विजलपोर नगरपालिका में प्राथमिक सुविधाओं का अभाव है। शिक्षा सुरक्षा स्वास्थ्य बेरोजगारी की कमी है।दारू शराब के अड्डे ,असमाजिक तत्वों का बेहतरीन गठबंधन यहाँ खूब देखा जा सकता हैं। सूत्रों के हवाले से मिली खबरो के अनुसार सरकार के आधुनिक नियमो मे चलना मुश्किलें आती हैं। और जनता को मरते तड़पते देखने में यहाँ कई नेताओं (हालांकि ए कोइ नेता वगैरह नही है )को मजा आता है। और जिस काम में कायदेसर बापू दर्शन न हो उसे करने में यहां कोइ रुचि नही देखी जाती। करोड़ों रूपये जल संग्रह के लिए खर्च किये गये। आज लगभग सभी तलावो में पहले कुछ पानी भर भी जाता था। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद उसमें सभी पानी के रास्तों को कायदेसर बंद कर दिया गया। आशा पुरी मंदिर से विठ्ठल मंदिर तक विन जरूरी आरसीसी रोड की योजना को एक पर्यावरण मानवाधिकार संस्था की फरियाद पर बिन जरूरी पाया गया। और अंततः उसे भी रद्द कर दिया गया। विजलपोर आज विना जल का पोर बन चुका है। विजलपोर नगरपालिका में पानी का करोड़ों रूपये का अवैध व्यापार वर्षो से चल रहा है। एक चंदन तलाव के नाम से प्रसिद्ध जिसमे चंदन तो नही पाया गया परंतु   लासो की ढेर पायी गयी। परंतु विना साफ सफाई के आनन फानन में उसे भी अवैध तरीके से भरा गया। जिसमे आज भी गंदगी का साम्राज्य भरा हुवा है। विजलपोर नगरपालिका में आज भी उसे फिल्टर करके शुद्ध पानी पीने के लायक बनाकर नागरिकों को मुहैया करवाने में जैसे धारा 144 लगाई गयी हो। किसी भी कीमत पर इस तलाव का पानी नागरिकों को न देने की जैसे कसम खाई गई है। यदि इसे चालू किया गया फिर पानी का  अवैध व्यापार बंध होगा। विजलपोर नगरपालिका में डामर रोड हो अथवा आरसीसी सभी लगभग कुछ ही समय में अंतिम श्वास लेने को तैयार हैं ? शासन प्रशासन में जवाबदेही किसकी है ?  आज तक जनता को भले पता न चले। यहां नगरपालिका के नेताओं और अधिकारियों को भी नही है। रोजगार और स्वरोजगार के नाम पर दारू शराब के अड्डे आज अपना एक अच्छी भूमिका निभा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था में असमाजिक तत्वों की यहाँ भरमार पायी जाती है। हालत यहाँ तक बद से बदतर देखी गई कि यहाँ सरकारी गोचर जमीन पर विजलपोर नगरपालिका खुद ही अवैध बिल्डिंग बनाती हुई पकड़ी गई। और उसमें लाखो रूपये खर्च किये गये ।और खंडहर के रुप में इसे विजलपोर के पड़ोस में देखा जा सकता है। शिक्षा के नाम पर सिर्फ टेक्स लिया जाता है। शिक्षा को विजलपोर नगरपालिका से वर्षो से तलाक दिया गया है। और हिंदू रिवाज से नये बंधन की कोइ जगह फिलहाल नजर नही आती। सरकारी सुविधाओं में यहाँ लगभग झगड़े फसाद आपसी मतभेद दिल खोलकर दिये जाते हैं। एक ओवर ब्रिज बनाने के लिये पिछले एक दशक से दिन रात मेहनत की जा रही है। विजलपोर नगरपालिका में करीबन दर्जनों इंजीनियर हैं।जिन्हें यदि मौका मिले खुद ही ओवर ब्रिज बनाने में सक्षम हैं। परन्तु  परिणाम में अभी तक इसे कहां और कैसे बनाया जाये अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। रोज इस ब्रिज न बनने से  सरकार की सुरक्षा विभाग की निगरानी से ट्रफिक व्यवस्था देखी जाती है। करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार की जांच फाईलो से अदृश्य हो चुकी है। फिलहाल यहाँ सभी विकास भगवान भरोसे परंतु यहां भी अलग अलग देवी देवताओं को मानने वालो की वजह से यहाँ भी कन्फ्यूजन है। विजलपोर का विकास अब पिछले करीबन चार सालो से नवसारी शहेरी विकास सत्ता मंडण को सौपी गई है। सूत्रों के हवाले से मिली खबरो के अनुसार नवसारी शहेरी विकास सत्ता मंडण की रचना के बाद सरकार वहां कायदेसर परमानेंट अधिकारियों को रखना विजलपोर नगरपालिका की तरह भूल गई। पूरी कचेरी में महेकम 25 % भी नही हैं। विजलपोर नगरपालिका के पास सत्ता नही है। और नवसारी शहेरी विकास के पास अधिकारी नही हैं। नवसारी शहेरी विकास  सत्ता मंडण की सत्ता भी वहां वर्षो से अपने मालिक की तलाश में प्रायः अनाथ असहाय वेसहारा देखी जाती है। विजलपोर नगरपालिका आज विकास की गाड़ी विकास करने के लिए अरबो रूपये सरकारी खजाने के साथ वर्षों से रास्ते की तलाश में दर दर भटक रही है। जब मंजिल और रास्ते के साथ मार्गदर्शक भी न हो । फिर आज जाये तो जाये कहाँ। यहाँ भ्रष्टाचार की फेरहिस्त बहुत लंबी है । और यहाँ किसी सरकार कि अथवा पक्ष विपक्ष की टीका टिप्पणी का कोइ न ही मकहद है और न ही कोई उद्देश्य हैं। विकास और हकीकत को जानकारी से शायद कोइ रास्ता निकले।
इसलिए इसे यहाँ पूरी तरह से वह भी विना मूल्ये मफत में लिखना लेखक के लिए अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने के बराबर होगी। आज जरूरत है विकास के लिए सभी को एक जुट होकर कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की जिसे आज सत्ता पक्ष में ही आपसी मतभेद होने से  संभव नही है।नवसारी जिले के समाहर्ता इस समाचार की गंभीरता से लेकर अपनी भूमिका निभायें। आज सभी इसकी राह देख रहे हैं। 

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